4 मार्च, आज है 🌹शिवरात्रि 🌿महापर्व –

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फाल्गुन मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को महाशिवरात्रि का त्योहार मनाया जाता है। इस बार यह पर्व आज सोमवार को है। महाशिवरात्रि का महत्व इसलिए है क्योंकि यह शिव और शक्ति की मिलन की रात है। आध्यात्मिक रूप से इसे प्रकृति और पुरुष के मिलन की रात के रूप में बताया जाता है। शिवभक्त इस दिन व्रत रखकर अपने आराध्य का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।

पौराणिक कथाओं के अनुसार, महाशिवरात्रि के दिन शिवजी पहली बार प्रकट हुए थे। शिव का प्राकट्य ज्योतिर्लिंग यानी अग्नि के शिवलिंग के रूप में था। ऐसा शिवलिंग जिसका न तो आदि था और न अंत। महाशिवरात्रि के दिन ही शिवलिंग विभिन्न 64 जगहों पर प्रकट हुए थे। उनमें से हमें केवल 12 जगह का नाम पता है। इन्हें हम 12 ज्योतिर्लिंग के नाम से जानते हैं।जिनकी पूजा कर प्राणी अपने दैहिक, दैविक, भौतिक कष्टों से मुक्ति पा जाते हैं और आज तो विदेशियों ने भी माना है कि कैलाश पर्वत बेहद रहस्यमयी है जहां एलियन होने की संभावना बतायी जा रही है। दोस्तों! यह त्योहार हमें आध्यात्म से छोड़ते हैं और इशारा करते हैं कि अभी हम मानवों को बहुत कुछ खोजना बाकी है जो मानवता की रक्षा के लिए बहुत अहम है।

आप सभी शुभचिंतकों को शिवरात्रि महापर्व की हार्दिक शुभकामनाएं। भगवान शिव और माता पार्वती जी आपकी समस्त मनोकामनाएं पूर्ण करें
#ॐम:#शिवाय🌷🌷🌷🙏

Sach ki Dastak

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