आर एस एस के स्वयंसेवकों ने निकाला पथ संचलन

सच की दस्तक न्यूज डेस्क चंदौली
6 किलोमीटर तक पैदल चले स्वयं सेवक
पीडीडीयू नगर चैत्र शुक्ल प्रतिपदा के पूर्व संध्या पर शुक्रवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा पथ संचलन का कार्यक्रम दामोदरदास पोखरा से शुरू होकर नगर भ्रमण करते हुए वहीं पर समाप्त हुआ
लगभग 6 किलोमीटर चलने के बाद स्वयं सेवकों को संबोधित करते हुए।
काशी प्रांत के सह शारीरिक प्रमुख राकेश अग्रहरी ने कहा कि नववर्ष की शुरुआत का यह अवसर है और दुनिया में रहने वाले सभी हिंदुओं को तथा अन्य धर्मावलंबियों को भी बधाई है। उन्होंने आग्रह किया कि हमें अपने सनातन परंपरा को कभी भूलना नहीं चाहिए क्योंकि यह सनातन परंपरा काफी श्रेष्ठ और पुरानी है। उन्होंने याद दिलाया की भारतीय परंपरा की जीवनी शक्ति उसके जीवन पद्धति में बसी हुई है। यह सही है कि 2079 वर्षों तक काफी उथल-पुथल का कालखंड रहा और जो नुकसान शक यवन मुगल डच फ्रेंच नहीं कर पाए उससे अधिक नुकसान अंग्रेजों ने किया। हमारी शिक्षा पद्धति आचार विचार को बदलें लेकिन वह भी हमारी चीजों को अपनाते चले गए।
उन्होंने बताया कि भगवान राम का राज्याभिषेक भी चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को ही हुआ था और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के आद्य सरसंघचालक डॉ केशव बलिराम हेडगेवार का भी जन्मदिन यही है। डॉ हेडगेवार ने जो संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के रूप में दिया वह राजनैतिक परिवर्तन के लिए नहीं बल्कि समाज परिवर्तन के लिए पिछले 98 वर्षों से कार्यरत हैं और 2 वर्षों बाद शताब्दी वर्ष के रूप में हम 2025 को मनाएंगे। उन्होंने आग्रह किया कि परंपरा और धार्मिक अनुष्ठानों को अक्षुण्ण बनाए रखें ताकि फिर कभी हम गुलाम न हो और हमारी एकता बरकरार रहे। इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता आरपीएफ के पूर्व कमांडेंट बनारसी लाल जायसवाल ने की तथा मंच पर जिला सहसंघचालक रामकिशोर पोद्दार भी मौजूद रहे।
पूरे पथ संचलन के दौरान संघ के स्वयंसेवकों ने गजब का आत्मविश्वास और अनुशासन का परिचय दिया जो पूरे समाज के लिए विलक्षण अनुभव रहा।
इनकी थी उपस्थिति
इस अवसर पर जिला प्रचारक जगदीश ,विधायक रमेश जायसवाल, डॉ अनिल यादव ,दीपक आर्या,प्रभु जायसवाल, ,डॉ विनय वर्मा अजीत श्रीवास्तव बब्बन चौहान आलोक वरुण प्रभु नारायण यादव विष्णु पटेल अजय सिंह रामजी यादव राकेश सिंह विकास चौधरी संतोष उपाध्याय शिवकुमार रोहित जयसवाल आलोक सिंह कुंदन सिंह समेत दीनदयाल नगर एवं नियमताबाद खंड के सैकड़ों कार्यकर्ता पूर्ण गणवेश में शामिल रहे।