हिनौली स्थित सेंट मैरी कॉन्वेंट स्कूल में बच्चों से अनिवार्य धन-संग्रह का आरोप, अभिभावकों में नाराज़गी; जाँच की माँग
सच की दस्तक डिजिटल न्यूज डेस्क चन्दौली
पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर के हिनौली स्थित सेंट मैरी कॉन्वेंट स्कूल के प्रबंधन पर अभिभावकों ने नाबालिग बच्चों से अभिभावकीय अनुमति के बिना धन-संग्रह कराने का गंभीर आरोप लगाया है। अभिभावकों के अनुसार स्कूल ने प्रत्येक बच्चे को 20 पन्नों की एक पुस्तक ले जाने की अनिवार्यता कर दी, जिसकी निर्धारित कीमत 400 रुपये बताई गई। बच्चों को यह राशि कटिंग रसीद के रूप में जमा कराना अनिवार्य किया गया, जिससे अभिभावकों में असंतोष फैल गया है।
कई अभिभावकों ने आरोप लगाया कि यह धन-संग्रह पारदर्शी नहीं है और इससे समुदाय में भ्रम तथा अविश्वास की स्थिति पैदा हो रही है। उनका कहना है कि बच्चों और अभिभावकों पर आर्थिक दबाव डालकर विद्यालय प्रबंधन द्वारा अनुचित तरीके अपनाए जा रहे हैं। कुछ अभिभावकों ने आशंका जताई कि इस प्रकार एकत्रित धन का उपयोग अनुचित गतिविधियों में किया जा सकता है।
मामले ने तूल तब पकड़ा जब विश्व हिन्दू परिषद चंदौली इकाई ने इस प्रकरण पर आपत्ति जताते हुए स्कूल प्रबंधन की निंदा की। संगठन के पदाधिकारियों ने कहा कि बिना अनुमति बच्चों को धन-संग्रह में शामिल करना अनुचित है और समाज को भावनात्मक रूप से प्रभावित कर ऐसे कार्यों में सहयोग करने से बचना चाहिए।
विश्व हिंदू परिषद की टीम ने जिला प्रशासन को पत्रक सौंपकर पूरे प्रकरण की जाँच कराने की माँग की है। संगठन ने कहा कि यदि आवश्यक हो तो अभिभावकों की शिकायतों को संज्ञान में लेकर विद्यालय के कार्यप्रणाली की विस्तृत समीक्षा की जानी चाहिए। इधर, अभिभावक प्रशासन से शीघ्र कार्रवाई की माँग कर रहे हैं ताकि शिक्षण संस्थानों में पारदर्शिता और बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
स्कूल प्रबंधन की ओर से इस मामले पर अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।


