कोरोना वारियर्स भी रखें अपनी सेहत का ख्याल करें योगा
सच की दस्तक डेस्क चन्दौली
कोरोना वारियर्स दिन-रात अपनी जान जोखिम में डालकर कोरोना उपचाराधीनों की देखभाल में जुटे हैं, उनके इस जज्बे को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर पूरा देश सलाम कर रहा है। कोरोना वारियर्स इस विषम परिस्थिति में कई दिनों तक घर भी नहीं जा पाते हैं। आनलॉक के बाद से स्थितियां बदली हैं और वर्तमान में कई डॉक्टर सहित फ्रंटलाइन वारियर्स भी उपचाराधीन हैं । ऐसे में सेवा में लगे स्वास्थ्य विभाग सहित अन्य विभागों के योद्धाओं को भी अपनी सेहत पर ध्यान देने की जरूरत है ताकि वह ज्यादा से ज्यादा ऊर्जावान हो कर लोगों को सेहतमंद बनाने के साथ ही उनको नई जिंदगी दे सकें । इलाज़ मे जुटे चिकित्सक, नर्स, आशा, एएनएम, लैब टेकनीशियन, सफ़ाई कर्मी, एम्बुलेंस चालक व अन्य स्वास्थ्यकर्मी को मानसिक व शारीरिक तौर पर मजबूत होकर कार्य करना है, इसलिए उनको सुरक्षित रहना बहुत जरूरी है।
जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल ने कहा कि कोविड-19 मे लगे स्वास्थ्य विभाग सहित अन्य विभाग के कर्मचारी 24 घंटे जनता की सेवा में जुटे हैं। अपने स्वास्थ्य और परिवार की परवाह किए बगैर कई दिनों से लगातार ड्यूटी पर तैनात हैं। ऐसी स्थिति में उन सभी का मनोबल ऊंचा व तनाव कम करने के लिए समय-समय पर अपने स्वास्थ्य की देखभाल रखना बेहद आवश्यक है। उन्होने कहा कि दिन रात अस्पतालों में तैनात और सर्विलान्स के कार्यों में लगे डॉक्टरों, पैरा मेडिकल स्टाफ, नर्स आदि कोरोना वारियर्स को भी मानसिक और शारीरिक थकान हो जाती है। इसलिए स्वास्थ्यकर्मियों को विशेष ध्यान देना चाहिए।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आरके मिश्रा ने कहा कि मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए 6 से 7 घंटे की नींद बहुत जरूरी होती है। साथ ही योग, मॉर्निंग वॉक पर जाकर शरीर में फुर्ती व ताजगी के साथ शरीर को ऊर्जावान बनाया जा सकता है। उन्होने कहा कि कोरोना वारियर को मानसिक रूप से अपने को मजबूत करना होगा। संभव हो तो वक़्त निकाल कर दोस्तों के साथ कोरोना के अलावा किसी अन्य विषय पर चर्चा करें। फ्रंटलाइन वारियर को अन्य सामाजिक और व्यावहारिक गतिविधियों पर ध्यान दें जिससे वर्तमान परिस्थिति से उबरने में मदद मिल सके। इसके साथ ही अन्य पसंदीदा कार्य जैसे किताब पढ़ना, बच्चों के साथ खेलना, बागवानी करना, नए नए व्यंजन बनाना, नियमित व्यायाम इत्यादि के माध्यम से अपने आप को खाली समय में व्यस्त रखा जा सकता है। सीएमओ ने बताया कि योगा से सभी तनाव दूर हो जाते है और रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है। पौष्टिक एवं संतुलित आहार को अपने भोजन में अवश्य शामिल करें। बाहर की चीजें बिल्कुल मत खाएं। गुनगुना पानी, काढ़ा, दूध मे हल्दी मिलाकर पीना बहुत लाभकारी है। अतः इन सभी बातों का ध्यान में रखते हुए कोरोना वारियर को मजबूत इरादों के साथ देश के प्रति अपने कर्तव्यों का निर्वाह करना चाहिए।
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चकिया उपकेंद्र के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ सुजीत कुमार ने कहा कि सच है कि आज स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी भी कोरोना उपचाराधीन हैं। ऐसे में हमको डर के नहीं पूरी सतर्कता और सावधानी से कोरोना से जारी इस जंग में अपना योगदान देना है। उन्होने कहा कि वह लगभग तीन महीने से घर नहीं गए हैं। वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुये कार्यभार अधिक हो गया है जिसको वह बखूबी निभा रहे हैं।
एएनएम अनुराधा ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा दिये जा रहे निर्देशों के क्रम में हम लगातार कार्य कर रहे हैं। वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुये घर-घर जाकर सर्वे और जाँच में जुटे हैं. कहीं-कहीं पर लोगों द्वारा तिरस्कार, व अमाननीय व्यवहार भी देखने को मिल जाता है, लेकिन वह लगातार अपने कार्य के प्रति सजग हैं।