जीजीआईसी सैयदराजा की बच्चियों ने मंडल स्तरीय प्रतियोगिता में किया उत्कृष्ट प्रदर्शन

सच की दस्तक डिजिटल न्यूज डेस्क वाराणसी चन्दौली
मण्डल – स्तरीय कला- उत्सव प्रतियोगिता में जीजीआईसी सैयदराजा ने धमाकेदार प्रदर्शन करते हुए तीन प्रतियोगिताओं में पहली बार स्थान प्राप्त किया।
जानकारी के अनुसार शनिवार को वाराणसी स्थित आर्य महिला इंटर कॉलेज मण्डल स्तरीय कला उत्सव प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था ।जिसमें गाजीपुर,जौनपुर,चंदौली ,वाराणसी जिले के प्रतिभागियों ने भाग लिया।
इस प्रतियोगिता में जीजीआईसी सैयदराजा की टीम ने प्रधानाचार्या डॉ. प्रतिभा गोस्वामी के मार्गदर्शन में व डॉ. सुभद्रा कुमारी के नेतृत्व में भाग लिया था। इस मंडल – स्तरीय कला – उत्सव प्रतियोगिता में जीजीआईसी की अनामिका ने लोक – नृत्य बालिका वर्ग में तृतीय स्थान प्राप्त किया व कुमारी राधा ने अवनद्ध वाद्य वादन में भी तृतीय स्थान प्राप्त किया।इसी क्रम में स्टोरी टेलिंग में अमृता कश्यप को द्वितीय स्थान प्राप्त हुआ ।
यह पहली बार रहा जब चंदौली जिले ने जीजीआईसी सैयदराजा की बच्चियों के द्वारा मंडल- स्तरीय कला – उत्सव प्रतियोगिता में सफलता प्राप्त किया ।
जीजीआईसी सैयदराजा के बच्चियों को लेकर गई डॉ. सुभद्रा कुमारी ने सफलता का श्रेय बच्चियों की मेहनत और विद्यालय की प्रधानाचार्या डॉ. प्रतिभा गोस्वामी को दिया। उन्होंने कहा की प्रधानाचार्या मैम का कुशल दिशा – निर्देशन व संरक्षण हीं था कि हम सब ने ये सफलता पाई।
उन्होंने आयोजक मंडल की आलोचना करते हुए कहा कि मंडल स्तरीय प्रतियोगिता में 12इवेंट थे और उन्हें 6 इवेंट में तब्दील कर दिया गया जिसकी कोई जानकारी नहीं दी गई ।इससे प्रतिभागी काफी निराश हुए ।
यदि सभी इवेंट अलग अलग होते तो हमारा परिणाम और अच्छा होता।
विदित हो कि शास्त्रीय संगीत और पारंपरिक लोक संगीत को एक में मिलाया गया।इसी प्रकार अवनद्ध वाद्य और स्वर वाद्य वादन को एक में, शास्त्रीय नृत्य व लोक नृत्य को एक में , एवम दृश्य कला द्वि-आयामी
त्रि आयामी के साथ स्थानीय खिलौने एवं खेल तीनों को एक में ;नाटक एकल अभिनय और नौटंकी को एक में सम्मिलित करके निर्णय कर प्रतिभागी को प्रथम ,द्वितीय व तृतीय स्थान दिया गया। विभिन्न विद्यालय टीम प्रशिक्षकों ने इसे गलत बताया और कहा कि प्रतिभागियों के साथ ऐसा नहीं होना चहिए था ।इसकी सूचना पहले दी जानी चाहिए थी। जीजीआईसी सैयदराजा बच्चियों की टीम के साथ यहां की शिक्षिकाएं मुख्य रूप से कुसुमलता, चंद्रकिरण,मालतीराय,शशि पांडेय,संगीता , कविता एवं सहयोगी के रूप में स्नेहा,सोनम,साक्षी, विद्यालय की छात्रायें गईं थीं।