रोहाखी गांव में विदाई को लेकर विवाद, लाइसेंसी बंदूक से चली गोली
सच की दस्तक डिजिटल न्यूज डेस्क चन्दौली
इलिया थाना क्षेत्र के रोहाखी गांव में मंगलवार की देर रात वधू की विदाई के मामले को लेकर हुए विवाद ने अचानक खतरनाक रूप ले लिया। घटना उस समय हुई जब ससुराल पक्ष की ओर से आए युवक ने शादी की अगुवाई करने वाले ग्रामीण पर लाइसेंसी बंदूक से फायरिंग कर दी। हालांकि इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन गांव में दहशत और तनाव का माहौल व्याप्त हो गया।
पचपरा गांव निवासी सतीश गुप्ता के बेटे की शादी वर्ष 2019 में सोनभद्र के कर्मा थाना के करकी माइनर गांव में सोहन गुप्ता की पुत्री बसंती के साथ हुई थी। विवाह की अगुवाई रोहाखी गांव निवासी शगल गुप्ता ने की थी। परंतु उस समय दूल्हा पक्ष के लोग वधू से असंतुष्ट थे और मनमाफिक लड़की न मिलने को लेकर भीतर ही भीतर नाराज थे।
लड़की की विदाई के बाद इसी नाराजगी ने फिर से तूल पकड़ा। और देर रात वर पक्ष की ओर से उनके रिश्तेदार शंभू गुप्ता अपने साथियों के साथ अगुआ के घर रोहाखी गांव पहुंचा। वहां पहुंचकर उसने शादी में मध्यस्थता करने वाले शगल गुप्ता से दो दिन पहले हुई लड़ाई झगड़ा की बात को लेकर बहस शुरू कर दी। नोक-झोंक बढ़ते-बढ़ते विवाद में बदल गई और गुस्से में आकर शंभू ने अपनी लाइसेंसी बंदूक निकालकर फायरिंग कर दी। गांव में अचानक गोली चलने की आवाज से हड़कंप मच गया।
फायरिंग की सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष अरुण प्रताप सिंह तत्काल पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने आरोपी शंभू गुप्ता को घटनास्थल से ही गिरफ्तार कर लिया। उसके अलावा तीन अन्य लोगों को हिरासत में लिया गया है ताकि पूरे मामले की जांच की जा सके। पुलिस ने मौके से फायरिंग में उपयोग किया गया खोखा तथा आरोपी की लाइसेंसी बंदूक बरामद कर ली है। वहीं शस्त्र के दुरुपयोग और गांव में भय का माहौल बनाने के आरोप में शंभू के खिलाफ कई धाराओं में मामला दर्ज कर अग्रिम कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
घटना के बाद रोहाखी गांव में तनाव व्याप्त है। एहतियातन पुलिस बल की तैनाती बढ़ा दी गई है ताकि कोई अप्रिय स्थिति न उत्पन्न हो। स्थानीय लोग घटना से स्तब्ध हैं और पुलिस से सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। पुलिस मामले की जांच में जुटी है और दोनों पक्षों के के विरुद्ध विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया हैं। थानाध्यक्ष अरुण प्रताप सिंह का कहना है कि दोषियों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा।
