क्या छिपा सन्दूकची में
सच की दस्तक न्यूज डेस्क जयपुर डॉ निशा अग्रवाल
शशि लाहोटी, कोलकाता
जीवन के हर पल को संजोया है सन्दूकची ने। इसमें समाये कुछ लम्हे आपको अपने जीवन के लगेंगे तो कुछ अपने आसपास के। यह गहन एहसासों का सागर है , जहाँ हर डुबकी में अनुभव होगा जीवन के नये रंग का। यह भानुमती का पिटारा जो मन में जैसे उठे विचार वैसे ही भाव लिये मिलेगा खजाना।
भावनाओं की कलम से उकेरा, एहसासों की तूलिका के रंग भरा, जीवन से छुए अनछुए हर पल छिपाया है इसमें।
आइए तलाश करिए अपनी पसंद का रंग।
कविता के माध्यम से जीवन यात्रा बताती अपने आप में एक अनुपम रचना जिसे सात खण्डों में सजाया है। बचपन से लेकर जीवन की साँझ तक। कभी परिवार के साथ त्यौंहार की खुशियाँ है तो कभी मौसम की मस्ती। कभी जीवन को एक प्रश्न चिन्ह की तरह खड़ा किया तो कभी जिन्दगी को प्यार के रंग में सरोबार किया। यह सन्दूकची हर रिश्ते की खूबसूरत माला से सजी है । कभी अतीत की यादों के गलियारे में जाती है और चुन कर लाती है बेशकीमती नगीने जो जीवन के हर लम्हों को सजाते हैं। इसी तरह यह जीवन आगे बढ़ता है और अंत में आत्मा परमात्मा के गूढ़ रहस्य को समझता हुआ अनन्त अपार प्रभु के चरणों में खुद को समर्पित कर देता है।
सरल और दिल से लिखी भाषा पढ़ने वाले को अपनी और आकर्षित कर लेगी। कहीं पर हास्य रस है तो कहीं गम्भीर रस।
जीवन के हर पड़ाव को खूबसूरती से दिखाया है।
तो आइए और देखते हैं क्या छिपा सन्दूकची में।
एक परिचय शशि लाहोटी जी का
शशि लाहोटी कोलकाता से हैं।
अपनी शिक्षा MA (Economics) सीकर (राजस्थान) से पूर्ण की है।
रचनाएँ
सन्मार्ग, प्रभात खबर, काव्य रंगोली दैनिक विश्वामित्र आदि पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हुई है।
30 से भी अधिक सांझा संकलन में कविताएँ प्रकाशित हुई है।
अपनी रचना ‘मेरे मन के मोदी मेरी कलम से’ के लिए प्रधानमन्त्री कार्यालय से धन्यवाद पत्र भी प्राप्त हुआ है।
सम्मान
“HER KA HUNAR” AWARD 2020 मे लिटरेचर कैटेगरी में विजेता रही।
तीन साल से लायंस क्लब की सेक्रेटरी रहकर कई सामाजिक कार्य किए हैं।
अन्तर्राष्ट्रीय महिला काव्य मंच दक्षिण इकाई कोलकाता की उपाध्यक्ष।
पश्चिमी बंगाल साहित्य संगम संस्थान की साहित्यिक सचिव।
कविता दिल की नाम से फेसबुक पेज है।
इंटरनेशनल विमेंस डे पर जी बिजनेस चैनल के लिए लिखी कविता MD Anil Singhvi द्वारा चैनल पर दिखाया गया।
‘कश्मीर फाइल्स’ फिल्म के लिए बोली गई कविता फिल्म के निर्देशक विवेक अग्निहोत्री द्वारा ट्वीट किया गया।
लिखने के अलावा बास्केटबॉल मैराथन का शोक रखती है।
मोमस्प्रेसो ब्लॉगर है।
शुभेच्छा
गर्व है हमें कि तुमने पाकर सफलता
अपनी एक नयी पहचान बनायीं है,
खुद की कलम से निकले जादुई शब्दों से आज सबकी शान बढ़ाई है।
सच की दस्तक पत्रिका ,वाराणसी की तरफ से आपको हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं!!
Thank you for the kind words of congratulations. I cannot wait for it to be published.
Congratulations!!