डॉक्टर की लापरवाही से BHU में शोध छात्र की मौत

सच की दस्तक वाराणसी
कोरोना की दूसरी लहार में मरने वालों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है ।।एक तरफ कोरोना संक्रमित लोगो की बढ़ती जा रही वही डॉक्टर की लापरवाही भी देखी जा रही है ।एक ऐसा ही लापरवाही का मामला देश के प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के bhu का है।
काशी हिंदू विश्वविद्यालय का छात्र अभय जायसवाल जो सीनियर रिसर्च फेलोशिप था। कुछ दिन पहले जो कोरोना से वह पीड़ित हो गया।आक्सीजन लेवल गिरने पर डॉक्टर से उसके मित्रो ने उसके लिए संपर्क किया तो डॉ ने किसी की सिफारिश लेन को कहा। जिससे इस अभय को वेंटिलेटर की सुविधा वे दे सके।
बी एच यू में अभय शोध का छात्र था जो मौत के पास धीरे धीरे जा रहा था। लोगों की माने तो बीएचयू के डीन को जब ये खबर लगी तो उन्होंने ने कुलपति से संपर्क करने का प्रयास किया लेकिन उनका फ़ोन नही उठा।समय बीतने के कारण अभय का आक्सीजन लेवल काफी गिर गया।और अन्तः उसकी मौत हो गई।।ये लड़का गरीब था लेकिन काफी होनहार था।
अभय पर आश्रित छोटी बहन अमृता जायसवाल का कहना है़ कि मेरे भाई की मौत डॉक्टरकी लापरवाही से हुआ है़ । ये मर्डर है़ ॥ अभय छीत्तुपुर किराए के मकान में रहकर शोध पूरा कर रहा था । इनके मां बाप की पहले ही मृत्यु हो चुकी है़ ।