यूपी निकाय चुनावों में फिर लहराया भगवा परचम

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लखनऊ –  भारतीय जनता पार्टी ने नगरी निकाय चुनाव में अभूतपूर्व जीत हासिल करते हुए 17 नगर निगमों में अपना परचम लहरा दिया पिछली बार भाजपा ने 16 से 14 नगर निगमों के महापौर पद जीते थे । दो नगर निगम अलीगढ़ व मेरठ के नगर के महापौर पद सपा ने जीते थे | परन्तु भाजपा ने इस बार सपा से यह दोनों सीटें छीन ली जिसमें भाजपा के 17 महापौर में से 14 नए चेहरे हैं जबकि कानपुर में प्रमिला पांडे मुरादाबाद में विनोद अग्रवाल और बरेली में उमेश गौतम दोबारा मेयर बने हैं भाजपा की सुनीता दखाल ने गाजियाबाद के चुनाव में सबसे बड़ी जीत दर्ज की।

यही नहीं नगरपालिका नगर पंचायत के चेयरमैन पदों पर भी भाजपा पिछले चुनाव के मुकाबले ज्यादा सीटें जीतकर, अपना दबदबा कायम किया| उत्तर प्रदेश के शहरों की सरकार चलाने का जनादेश सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी को मिला ।

राज्य निर्वाचन आयोग से मिली जानकारी के अनुसार नगर निगमों के सभी 17 महापौर पदों पर भाजपा के ही उम्मीदवार निर्वाचित किए गए इस नगर निगमों के कुल 1420 पार्षद पदों में से सर्वाधिक 812 पार्षद पदों पर भाजपा ने कब्जा जमाया जबकि सपा ने 191 तथा बसपा के प्रत्याशी और कांग्रेस के 77 पार्षद जीते ।

नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष के 199 पदों में से सर्वाधिक 87 पदों पर भाजपा ने जीत दर्ज की जबकि सपा ने 35, बसपा ने 79 तथा कांग्रेस के 4 नगर पालिका परिषद अध्यक्ष चुने गए | नगर पालिका परिषद के कुल 5327 सदस्य पदों में से सबसे अधिक 1330 सदस्य भाजपा के चुने गए जबकि 421 सपा के 188 बसपा के तथा 91 कांग्रेस और 38 सदस्य आम आदमी पार्टी के चुने ।

अगर हम बात करें नगर पंचायत अध्यक्ष के पदों में तो नगर पंचायत अध्यक्ष के 544 पदों में से सबसे अधिक 191 नगर पंचायत अध्यक्ष के पद पर भाजपा के उम्मीदवार जीते जबकि सपा के 78, बसपा के साथ कांग्रेश के 13 तथा आम आदमी पार्टी के 6 नगर पंचायत अध्यक्ष बने ।

नगर पंचायत सदस्य के 7177 पदों में से सबसे अधिक 1400 पदों पर भाजपा के प्रत्याशी जीते | सपा के 485, बसपा के 214, कांग्रेस के 77 तथा आप के 61 सदस्य जीते ।

संवाद सूत्र – गुलशन गुप्ता

Sach ki Dastak

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