महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर शिव स्तुति✍️डॉ. अवधेश कुमार ‘अवध’
(महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर शिव स्तुति)
शिव स्तुति-
हे महादेव हे शिवशंकर,
हे आशुतोष हे गिरिवासी ।
हे जगद्नियंता जगपालक,
हम हैं अबोध अनुचर दासी ।।
मद मत्सर माया मोह हमें,
अपने फेरे में उलझाये ।
इस अन्तहीन से अंधकूप में,
समझ नहीं कुछ भी आये ।।
सकल लोक आलोक चराचर,
संचालित होते हरि कर से ।
जीव जन्तु देवासुर किन्नर,
माया प्रेरित हैं हरिहर से ।।
निज कर्मों का करके अर्पण,
बाबा के द्वारे हम आए ।
ठुकराओ चाहे अपनाओ,
अवध आप से आस लगाए ।।
(भगवान शिवशंकर पर आधारित कुंडलिया)
हमारे भोले बाबा-
बाबा भोलेनाथ की, महिमा अपरम्पार ।
आशुतोष बनकर किये, सदा जगत उद्धार ।।
सदा जगत उद्धार करें शिव औघड़ दानी ।
मन वांछित परिणाम दिलाते हर बर्फानी ।।
बेलपत्र के साथ, भंग के गोले, बाबा ।
सुन लो अवध पुकार, हमारे भोले बाबा ।।
डॉ. अवधेश कुमार ‘अवध’
साहित्यकार, सम्पादक व अभियन्ता