दिल्ली में 100 साल पुराने मंदिर में तोड़फोड़, पार्किंग विवाद बना वजह-

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देश में नहीं रूक रहीं मारपीट जैसी घटनाएं – 

 

पुरानी दिल्ली के चावड़ी बाजार क्षेत्र में एक स्कूटर खड़ा करने को लेकर हुए झगड़े ने साम्प्रदायिक रंग ले लिया है और क्षेत्र में स्थित एक मंदिर में तोड़फोड़ की गई। उसके बाद सोमवार को क्षेत्र में तनाव रहा। पुलिस ने बताया कि चावड़ी बाजार के लाल कुआं क्षेत्र में किसी अप्रिय घटना को टालने के लिए सुरक्षा बढ़ा दी गई है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार यह घटना रविवार देर रात उस समय हुई जब आस मोहम्मद (20) एक इमारत के बाहर अपना स्कूटर खड़ी कर रहा था। इमारत के एक निवासी संजीव गुप्ता ने इस पर आपत्ति जतायी जो कि वहां खाने-पीने की एक दुकान चलाता है। 

गुप्ता की पत्नी बबीता ने बताया कि जब उसके पति ने स्टॉल के पास स्कूटर खड़ा करने पर आपत्ति की तो तब तो मोहम्मद वहां से चला गया लेकिन वह बाद में वहां और व्यक्तियों के साथ आया जिन्होंने ‘‘संभवत: शराब पी हुई थी’’ और उन्होंने गुप्ता की निर्दयता से पिटायी कर दी। वहीं, 27 वर्षीय साफ्टवेयर इंजीनियर साकिब ने अलग बात बतायी। उसने कहा, ‘‘जब मोहम्मद की पिटाई कर दी गई, वह और उसके परिवार के अन्य सदस्य पुलिस थाने गए और मामला दर्ज कराया।’’ घटना से संबंधित एक वीडियो में पार्किंग मुद्दे को लेकर कुछ व्यक्ति एक व्यक्ति की कथित रूप से पिटायी करते दिखते हैं जिनके शराब के नशे में होने का संदेह है। क्षेत्र में रहने वाले आकीब हसन (25) ने कहा, ‘‘जब मोहम्मद ने अपना स्कूटर खड़ा किया, तो गुप्ता ने उससे कहा कि वह अपना स्कूटर कहीं और ले जाए, नहीं तो वह उसे आग लगा देगा।

उसके बाद झगड़ा हो गया जिसमें गुप्ता और कुछ अन्य व्यक्तियों ने मोहम्मद को इमारत में खींचा और उसकी पिटायी कर दी।’’ इस बीच, स्थानीय लोगों ने पुलिस नियंत्रण कक्ष को फोन कर दिया और मोहम्मद और गुप्ता दोनों को पुलिस थाने ले जाया गया। साकिब ने दावा किया, ‘‘जब मोहम्मद और गुप्ता पुलिस थाने में थे तो कुछ असामाजिक तत्व  मंदिर के बाहर एकत्रित हो गए और अल्लाह अकबर के नारे लगाते हुए हिन्दुओं की आस्था से खिलवाड़ कर डाला। उन्होंने हिन्दूओं के सौ वर्ष पुराने मंदिर में तोड़फोड़ की। इससे क्षेत्र में तनाव उत्पन्न हो गया।’’

मंदिर दुर्गा मंदिर गली में स्थित है। यह मंदिर घटनास्थल के पास में ही स्थित है। मंदिर के पुजारी अनिल कुमार पांडेय ने कहा, ‘‘भीड़ कल रात करीब 12 बजे मंदिर आयी। उसने मंदिर में अल्लाहअकबर के नारे लगाते हुए जबर्दस्त तोड़फोड़ की और वहां से चली गई।’’ सोमवार को टूटी मूर्तियों के साथ ही तोड़फोड़ के निशान दिखे। इसमें मंदिर का शटर क्षतिग्रस्त दिखा, मूर्तियां भी क्षतिग्रस्त थीं। 

 केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने की शांति की अपील –

समझ ये नहीं आता कि व्यक्तिगत लड़ाई को मंदिर पर क्यों उतारा जा रहा है? हमेशा मंदिर ही क्यों निशाना बनते है़ं? देश में कानून है आप कानून की मदद लेने से इतर देश के मंदिरों में घुस कर तोड़फोड़ नहीं कर सकते यह बहुत गलत है।अब सरकार को संज्ञान लेना चाहिए। 

दिन के समय दोनों पक्षों ने नारेबाजी की तथा इससे तनाव और बढ़ गया। पुलिस ने कानून एवं व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षा बढ़ा दी है पर समझ नहीं आता आखिर! कब रूकेगीं ऐसी जघन्य घटनाए! 

Sach ki Dastak

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