संदिग्ध परिस्थिति में कच्चे मकान में लगी आग
सच की न्यूज़ डेस्क चन्दौली
चन्दौली के बबुरी थाना के पांडेपुर गांव में संदिग्ध तरीके से घर के अंदर आग लग गई। आग की लपटें जब घर के अंदर उठने लगी तो हम सभी की नींद खुली आनन -फानन में हम लोगों ने आग को बुझाना चाहा लेकिन आग और तेजी से फैलने लगी। जब तक हम लोग कुछ समझ पाते तब तक घर के आधे से अधिक समान जल चुके थे ।घरवालों का कहना है कि किसी प्रकार से घर में रखे मोटरसाइकिल गैस सिलेंडर कुछ सामानों को ही हम लोग बचा सके हैं। उन्होंने बताया कि घर के अंदर ही एक बड़ा बक्सा था जिसमें लाक डाउन होने से उनके बहन और बहनोई भी यहीं पर कुछ दिनों से रह रहे थे जिनका ₹60000 नगद, गहने व परिवार के नए कपड़े रखे हुए थे ।बक्सा बड़ा होने के कारण हम लोग उसे मौके से हटा नहीं पाये,जिससे सबकुछ जलकर राख हो गया ।घर के अंदर से आग की लपटें देख कुछ स्थानीय लोगों ने पानी डालकर किसी प्रकार से आग पर काबू पाया । वहीं सूचना पाकर बबुरी थाने के एसआई मनोज सिंह व 112 नंबर पुलिस मौके पर पहुंची । लेकिन प्रशासन के द्वारा फायर ब्रिगेड को सूचना नहीं दी गयी। गलीमत रहा की आग तेजी से नहीं फैला नहीं तो बड़ी अनहोनी हो सकती थी। गर्मी का मौसम होने के कारण आग तेजी से फैल सकता था । वही फायर ब्रिगेड के मौके पर नहीं पहुंचने से स्थानीय लोगों में रोष व्याप्त है ।
बताते चलें कि सतीश कुमार विश्वकर्मा की माली हालत ठीक नहीं है उसके माता-पिता दोनों का निधन पूर्व में ही हो चुका है वह गरीबी की दंश को झेल रहा है ।जहां एक तरफ सरकार द्वारा गरीबों को तमाम सुविधाओं के नाम पर आवास ,आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही हैं ,वहीं इसके पास अभी तक ना कोई आवास है न किसी प्रकार की कोई आर्थिक सहायता प्रदान की गई हैं। जहां एक और इस कोविड-19 महामारी के कारण लॉक डाउन होने से गरीब परिवार आर्थिक रूप से पहले से ही परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है एसे में इस घटना से आहत होकर पूरे परिवार का रो रो कर बुरा हाल हैं।
वही ग्राम प्रधान गुलाब चंद का कहना है कि हमने सुबह से स्थानीय शासन प्रशासन को इस घटना के विषय में सूचना देना चाहा तो सभी अधिकारियों का मोबाइल या तो स्विच ऑफ था या तो किसी ने फोन नहीं उठाया ।उन्होंने अपनी तरफ से आनन-फानन में कुछ नगद राशि व राशन प्रदान किया। कोटेदार संघ के अध्यक्ष बृजेश कुमार बिंद ने अपनी तरफ से एक कुंटल राशन व कुछ वस्त्रों का व्यवस्था करके उस परिवार को सौंपा।