हत्या के आरोप में फरार विधायक पति और देवर गिरफ्तार, विधायक पत्नी रामबाई ने सरकार के सामने रखी शर्त –
कांग्रेस नेता देवेंद्र चौरसिया हत्याकांड-
23/3/2019, कांग्रेस नेता देवेंद्र चौरसिया हत्याकांड के फरार हत्यारोपी गोविंद सिंह की विधायक पत्नी रामबाई ने सरकार के सामने शर्त रखी है कि यदि वो सीबीआई जांच कराएंगे तो वो अपने फरार पति एवं देवर को पेश कर देगी।
इधर पुलिस ने सभी फरार हत्यारोपियों की सूचना देने वाले को इनाम की राशि 10-10 हजार से बढ़ाकर 25-25 हजार कर दी है।
सीसीटीवी फुटेज में पूरी घटना है-
बसपा विधायक रामबाई ने पत्रकारों से कहा कि उनके पति गाेविंद सिंह और देवर चंदू सिंह मेरे संपर्क में हैं। रोज बात होती है।
आईजी मुझे लिखकर दें कि सीबीआई जांच कराएंगे ताे मैं दोनों को पेश करा दूंगी। मीडिया के सामने अपने पति और देवर को निर्दोष बताते हुए विधायक फूट फूट कर रोने लगीं।
देवेंद्र चौरसिया हत्याकांड में गोविंद सिंह और चंदू सिंह आरोपी हैं। विधायक का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज में पूरी घटना है लेकिन, पुलिस दिखा नहीं रही है। उन्होंने कहा कि मेरे घर रोज पुलिस आ रही है। बच्चे परेशान हैं। अगर मेरे साथ कुछ होता है तो इसके लिए शासन-प्रशासन जिम्मेदार होगा।
विधायक पति सहित सभी फरार आरोपियों पर 25-25 हजार का इनाम-
जांच करने हटा पहुंचे डीआईजी दीपक वर्मा ने बताया कि हत्याकांड के आरोपी बसपा विधायक रामबाई के पति गोविंद सिंह, चंदू सिंह, गाेलू सिंह, लोकेश पटेल, श्रीराम शर्मा, अमजद उर्फ बूठा और जिला पंचायत अध्यक्ष शिवचरण पटेल के बेटे बछामा सरपंच इंद्रपाल पटेल पर अब 10-10 हजार रुपए की राशि बढ़ाकर 25-25 हजार रुपए कर दी गई है।
मुस्लिम समाज ने रैली निकाली, आरोपियों को पकड़ने की मांग :
हत्याकांड के सात मुख्य आरोपी पकड़ न आने से लाेग आक्रोशित होते जा रहे हैं। शुक्रवार को मुस्लिम समाज ने रैली निकाली और हाथ में स्व. देवेंद्र के पोस्टर लेकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। एसडीएम नाथूराम सिंह को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा।
इससे पहले वारदात के विरोध में शहर की कई समाज ज्ञापन दे चुकी हैं। विधायक और जिपं अध्यक्ष के ठिकानों पर छापे एसपी आरएस बेलवंशी ने आरोपियों की तलाश में शुक्रवार काे विधायक और जिला पंचायत अध्यक्ष के निवास पर छापा मारा।
उन्होंने विधायक रामबाई के सागर नाका स्थित निवास, हिनाैता, बांसा और फार्महाउस पर पुलिस टीम के साथ छापा मारा। इस दाैरान रामबाई स्वयं सामने आ गईं और उन्हाेंने कार्रवाई पर सवाल खड़े किए। पड़ताल के बाद एसपी जिपं अध्यक्ष के निवास पर पहुंचे।