पांच राज्यों विधानसभा में भाजपा का सूपड़ा साफ
सच की दस्तक डेस्क दिल्ली
पांच प्रदेशों में हुए चुनाव की गिनती के बाद अब साफ हो गया कि पांचों राज्यों से भाजपा को पराजय का सामना करना पड़ा है लोकसभा चुनाव के 5 महीने पूर्व हुए पांच राज्यों के चुनाव में जहां कांग्रेस ने तीन राज्यों में शानदार प्रदर्शन किया है वहीं मिजोरम हुआ तेलंगाना राज्य में राज्य स्तर की पार्टियों ने अपना दमखम दिखाते हुए सत्ता पर काबिज हुए हैं तेलंगाना में हुए चुनाव में टीआरएस में 88 कांग्रेस 21 ए आई एम आई एम 7 भाजपा 1 हासिल हुआ।टी आर एस के सुप्रीमो चंदेशेखर राव समय से 4 महीने चुनाव करवाया जो उनके पक्ष में गया।वही टी डी पी और कांग्रेस का गठजोड़ को जनता ने पूरी तरह नकार दिया।वही ए आई एम आई एम के ओबैसी ब्रदर्स ने 7 सीटों पर सफलता पाई वही भाजपा ने भी अपना खाता खोला।
वही मिजोरम में कांग्रेस को जनता ने बेदखल कर दिया।मिजोरम में कांग्रेस को 5 एम एन एफ को 26 भाजपा को 1 और अन्य को 8 सीटें मिली।यहाँ पर स्थानीय मुद्दे हावी रहे।
छत्तीसगढ़ में 15 वर्षो से काबिज भाजपा की रमन सिंह की सरकार को जनता ने नकारते हुए कांग्रेस को चुन लिया।यहाँ पर अजित जोगी और मायावती के गठबंधन को भी बड़ी सफलता नही मिल पाई।मोदी और अमित शाह व योगी की ताबततोड़ रैली भी भाजपा के काम न आई।
छत्तीसगढ़ में हुए चुनाव में कांग्रेस 68 भाजपा 15 जे सी सी 7 सीट मिली है।सबसे बड़ी बात यह रही कि कांग्रेस ने यहां मुख्यमंत्री कैंडिडेट नही दिया था।
वही राजस्थान में भी भाजपा के वसुन्धरा की सरकार को अस्वीकार कर दिया।सचिन पायलट व अशोक गहलोत के नेतृत्व में कांग्रेस ने चुनाव लड़ा। जनता ने कांग्रेस को चुना और भाजपा को सत्ता से बेदखल कर दिया।
राजस्थान चुनाव में भाजपा को 73 सीट मिला जबकि कांग्रेस को 100 सीट मिली बी एस पी 6 अन्य को 20 सीट मिला ।राजस्थान चुनाव में उ प्र के मुख्यमंत्री योगी ने हनुमान जी को दलित बताया थी।वहां लोकल मुद्दे सब पर भारी रही।वहां मोदी तुमसे बैर नही वसुन्दरा तेरी खैर नही के नारे गूंजते दिखे थे।
मध्य प्रदेश में भी भाजपा को कांग्रेस ने शिकस्त दी।शिवराज चौहान के अथक प्रयास के बाद भी मामा को जनता ने सत्ता से बेखल करने का निर्णय जनता ने सुनाया।कमलनाथ और सिधिया की कांग्रेस को जनता ने प्यार दिया।कांटे की टक्कर में भाजपा को 109 कांग्रेस को 114 बी एस पी को 2 और सपा को 1 तथा अन्य को 4 सीट मिला।