जाम में फंसी गर्भवती की कराह अनसुना करती पुलिस –
एक तरफ छात्र संघ चुनाव को लेकर पुलिस व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त का दम भरने का कार्य करने वाला जिला प्रशासन प्रसव पीड़ित महिला की दर्द को सुनने में नाकामयाब रहा पुलिस बौनी दिखाई पड़ी।
जानकारी के अनुसार बुधवार को लाल बहादुर शास्त्री महाविद्यालय में छात्र संघ चुनाव के लिए प्रत्याशियों का नामांकन हो रहा था। जिसके कारण रोड के दोनों तरफ काफी भीड़ लगी थी।
जिसके कारण ओवर ब्रिज पर जबरदस्त जाम लगा था। उसी जाम में एंबुलेंस के अंदर गर्भवती महिला प्रसव पीड़ा से कराह रही थी। लेकिन उसकी दर्द को सुनने वाला कोई नहीं था।
सोचनीय बात यह है कि ओवरब्रिज के नीचे ही यातायात पुलिस रहती है। समय-समय पर दो पहिया वाहनों का चालान काटती हुई दिखाई देती है पर मंगलवार को वह भी नहीं दिख रही थी।
सबसे बड़ी बात यह थी कि लोगों के अनुसार छात्र संघ चुनाव ने भीड़ को देखते हुए यातायात निरीक्षक को मौके पर रहना चाहिए था, लेकिन वह भी जाम के दौरान नजर नहीं आए।
प्रसव पीड़ा से दर्द से छटपटा रही महिला को अस्पताल पहुंचाने के लिए जाम हटाने के लिए यातायात पुलिस ने कोई व्यवस्था नहीं की।
अंत में वहां पर मौजूद लोगों ने ही वाहनों को इधर-उधर कर एंबुलेंस को अस्पताल तक जाने दिया। एक तरफ से कहा जाए तो जिला प्रशासन की सारी व्यवस्था बिल्कुल ध्वस्त दिखाई पड़ी