ग्रेटा थनबर्ग और रिहाना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन, जलाए गए पोस्टर
युनाइटेड हिंदू फ्रंट के कार्यकर्ताओं ने आज जंतर मंतर पर स्वीडिश क्लाइमेट एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग और पॉप सिंगर रिहाना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। दरअसल इन दोनों हस्तियों ने भारत में कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे आंदोलन को लेकर ट्वीट किया था। प्रदर्शनकारियों ने इन दो हस्तियों के पोस्टर भी जलाए।
आज दिल्ली पुलिस ने ये साफ किया कि उन्होंने ग्रेटा थनबर्ग के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं की है बल्कि टूलकिट बनाने वाले अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है। दरअसल ग्रेटा ने सोशल मीडिया पर किसानों के समर्थन के लिए एक टूल किट शेयर किया था। जिसकी पुलिस जांच कर रही है।
बाद में ग्रेटा ने अपना ये ट्वीट हटा लिया था। बाद में ग्रेटा ने लिखा कि वह एक पुराना टूल किट था ताजा टूलकिट उन्होंने शेयर किया है। इससे पहले ग्रेटा ने किसानों के आंदोलन का समर्थन किया था। पुलिस का कहना है कि ग्रेटा द्वारा शेयर किया गया पुराना टूल किट 26 जनवरी को दिल्ली में हुई घटना से जुड़ा हो सकता है। इसके लिए इसे बनाने वालों की जांच की जाएगी।
ग्रेटा ने आज फिर ट्वीट कर कहा कि वे भारत के किसानों के साथ खड़ी हैं और उनके आंदोलन का समर्थन करती हैं। उनके रुख को कोई भी चीज नहीं बदल सकती है। रिहाना द्वारा किसान आंदोलन पर ट्वीट करने के बाद ग्रेटा ने इस मामले पर ट्वीट किया।
रिहाना ने लिखा, “हम इस बारे में बात क्यों नहीं कर रहे हैं?” थनबर्ग के अलावा ब्रिटेन की सांसद क्लाउडिया वेबबे ने भी भारतीय किसानों के साथ एकजुटता व्यक्त की। अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस की भतीजी मीना ने भी आंदोलनरत किसानों के प्रति अपना समर्थन दिखाया।
अमेरिकी सांसद जिम कोस्टा ने कहा कि आंदोलन पर करीब से नजर रखी जा रही है। कोस्टा ने लिखा, “भारत में सामने आने वाली घटनाएं परेशान कर रही हैं। विदेश मामलों की समिति के एक सदस्य के रूप में, मैं स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहा हूं। शांतिपूर्ण विरोध के अधिकार का हमेशा सम्मान किया जाना चाहिए।”
एक बयान में विदेश मंत्रालय ने किसान आंदोलन पर रिहाना और अन्य हस्तियों द्वारा की गई टिप्पणी को खारिज किया और कहा कि इस पर टिप्पणी करने से पहले इस मुद्दे पर तथ्यों का पता लगाया जाना चाहिए था।