राजनैतिक बोल : 1999 में आतंकियों को किसने छोड़ा था-सिद्दू
पुलवामा हमले के बाद से लोगों में गुस्सा है। आईपीएल के चेयरमैन राजीव शुक्ला ने कहा, ‘हमारी नीति और स्थिति बड़ी स्पष्ट है, जब तक सरकार मंजूरी नहीं देगी हम पाकिस्तान के साथ नहीं खेलेंगे।’
सेना के सूत्रों ने बताया, ‘सेना कश्मीर के हालात को लेकर रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को लगातार जानकारी दे रही है। जैश-ए-मुहम्मद के आतंकवादी अपने छिपने के ठिकानों से मिकलकर रिहायशी इलाकों के पास आ गए हैं, क्योंकि उन्हें सुरक्षाबलों की जवाबी कार्रवाई का डर है। सेना के सूत्रों ने कहा कि नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान की सेना के ठिकानों पर हलचल बढ़ गई है, क्योंकि वे हाई ऑपरेशनल अलर्ट पर हैं…”
अकाली दल के बीएस मजीठिया ने कहा कि मुख्यमंत्री जम्मू-कश्मीर के पुलवामा आतंकी हमले की निंदा का प्रस्ताव पारित कराते हैं। कैबिनेट मंत्री (नवजोत सिंह सिद्धू) पाकिस्तान की प्रशंसा करते हैं। हम आज विधानसभा में इसके खिलाफ एक प्रस्ताव लाना चाहते थे, लेकिन हमें लाने नहीं दिया गया। अगर हम विधानसभा में अपनी बात नहीं रखेंगे तो कहां रखेंगे।
सिद्धू बोले- 1999 में आतंकियों को किसने छोड़ा था-
पुलवामा हमले पर सिद्धू ने कहा कि किसने आतंकी हमले के मास्टरमाइंड को छोड़ा। कांधार में 1999 में आतंकियों को किसने छोड़ा था? देखिए, मुझे अपने स्टैंड से कोई झुका नहीं सकता। 1700 घटनाएं क्यों बढ़ीं, आतंकियों के पनाहगारों को प्रत्यर्पित करके लाओ। मैं अपने स्टैंड पर कायम हूं। वहीं अकाली दल के प्रकाश सिंह बादल का कहना है कि पाकिस्तान पर अपने बयान के लिए नवजोत सिंह सिद्धू को कांग्रेस पार्टी से निलंबित किया जाना चाहिए। देशद्रोही बयान देने वालों पर केस होना चाहिए।
पुलमावा हमले को लेकर देशवासियों में बहुत गुस्सा है। ऑल इंडिया सिने वर्कर्स एसोसिएशन ने पुलवामा हमले के मद्देनज़र पाकिस्तानी अभिनेताओं तथा कलाकारों पर भारतीय फिल्म इंडस्ट्री में काम करने पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है।
केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने पुलवामा में जारी मुठभेड़ पर कहा कि सुरक्षाबलों का मनोबल बहुत ऊंचा है। वे आतंकवादियों को ढेर करने में कामयाब हो रहे हैं।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलवामा हमले में शहीद हुए विजय कुमार मौर्य को गोंडा जाकर श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री शहीद विजय कुमार मौर्य के छपैया स्थित आवास पर भी गए और उसके परिवार से मिले। आदित्यनाथ ने यहां कहा कि इसका उचित जवाब दिया जाएगा।