धूमधाम से मनाई गई महर्षि भगवान परशुराम की जयंती
सच की दस्तक डिजिटल न्यूज डेस्क वाराणसी
चन्दौली
शुक्रवार की प्रातःअक्षय तृतीया के शुभ अवसर पर महर्षि भगवान परशुराम की जयंती धूमधाम से हवन पूजन के साथ समाज के जिला अध्यक्ष शिव गोविंद राय जी के कैलाशपुरी आवास पर मनाई गई जिसमें भूमिहार ब्राह्मण समाज के लोग भारी संख्या में उपस्थित रहे जयंती के शुभ अवसर पर एक गोष्ठी का आयोजन हुआ । जिला अध्यक्ष शिव गोविंद राय ने गोष्टी को संबोधित करते हुए भगवान परशुराम का जन्म वैशाख शुक्ल अक्षय तृतीया को विश्व बंधु महाबाहु भगवान परशुराम का जन्म हुआ था और कहा भगवान परशुराम आदित्य धनुर्वेद और ब्रह्मचारी थे उन्हें क्रोध नहीं आता था उनका मन सदैव प्रसन्न रहता था बे महान तपस्वी थे और भगवान शिव के अनन्य भक्त थे भगवान परशुराम अपने तेज शक्ति और धैर्य के कारण अपने आशूर्य शत्रुओं का संघार किया और धरती पर धर्म की स्थापना के लिए तथा संभव प्रयास किया। भगवान शास्त्र विद्या के महान गुरु थे उन्होंने भीष्म द्रोण और कर्ण को शस्त्र विद्या प्रदान की थी ।
भगवान परशुराम का अवतार विनाशकारी और धार्मिक शासको को नष्ट करके पृथ्वी पर बुराई से दूर करना था जिसने पृथ्वी को पाप विनाश और अधार्मिक प्रथाओं से मुक्त किया । भगवान परशुराम का दृढ़ संकल्प है वह जीवन में कभी हार नहीं सकते।
भगवान परशुराम को कुल्हाड़ी वाले राम भी कहा जाता है भगवान विष्णु के 10 वे अवतार में छठे अवतार हैं भगवान विष्णु के अविष्य अवतार है परशुराम जी का मूल नाम राम था किंतु जब भगवान शिव ने उन्हें अपना परसों नमक शास्त्र प्रदान किया तभी उनका नाम परशुराम जी हो गया।
पितामह भृगु द्वारा संपन्न नामकरण संस्कार के अंतर राम कहलाए भगवान परशुराम भूमिहार समाज के लिए जनक माने गए।
इनकी थी उपस्थिति
इस अवसर पर गोष्ठी में सर्वश्री जिला अध्यक्ष शिव गोविंद राय , जय नाथ शर्मा, विजय बहादुर टीटीइ ,डॉक्टर पी एच राय, भारत सिंह ,तरुण सिंह ,पी एन राय प्लाजा वाले, राकेश कांत राय, बृजेश राय ,अजय राय ,अभिषेक सिंह, डब्लू राय ,सर्वेश राय, सुमित कुमार, सदानंद शर्मा, मधुकर राय, इत्यादि भारी संख्या में लोग उपस्थित रहे ।
गोष्ठी का संचालन मीडिया प्रभारी संजय राय ने किया धन्यवाद विजय बहादुर ने किया।