पूरे देश में श्री कृष्ण जन्माष्टमी महापर्व की धूम-

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श्रीकृष्ण जन्माष्टमी 2021: मुख्यमंत्री योगी आज मथुरा में, कान्हा के जन्मोत्सव में होंगे शामिल

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार को मथुरा आ रहे हैं। वह यहां करीब एक घंटा 50 मिनट रहेंगे। इस दौरान रामलीला ग्राउंड में सांस्कृतिक कार्यक्रम के अलावा संतों से भी मुलाकात करेंगे। इसके बाद श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर कान्हा के दर्शन भी करेंगे।

मुख्यमंत्री के आगमन के साथ ही श्रीकृष्ण जन्मोत्सव में आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा का भी खाका खींच लिया गया है। चप्पे-चप्पे पर पुलिस और पीएसी के जवान तैनात किए गए हैं। अति संवेदनशील श्रीकृष्ण जन्मस्थान की सुरक्षा रेड, यलो और ग्रीन जोन में चाक चौबंद रहेगी।

एडीजी आगरा राजीव कृष्ण, आईजी नवीन अरोरा, एसएसपी डॉक्टर गौरव ग्रोवर, एसपी सिटी मार्तंड प्रकाश सिंह समेत अफसरों ने सुरक्षा का खाका खींचकर फोर्स को सतर्क और सजग रहने के निर्देश दिए हैं। वहीं संदिग्धों पर कड़ी नजर रखे को ताकीद किया गया है। जन्मभूमि की सुरक्षा में सीआरपीएफ भी लगी हुई है।

गोविंदनगर से मिलेगा प्रवेश, निकलेंगे मुख्यद्वार से
श्रीकृष्ण जन्मस्थान में गोविंदनगर गेट से प्रवेश होगा। यहां पर दर्शन के बाद श्रद्धालु मुख्यद्वार से बाहर निकल सकेंगे। वीआईपी आवासीय गेट से प्रवेश कर सकेंगे। प्रकाट्योत्सव का अभिषेक के दर्शन वीआईपी भागवत भवन में बनाई गई गैलरी से कर सकेंगे।

ये सामान न लेकर जाएं जन्मस्थान में
– मोबाइल, माचिस, ज्वलनशील पदार्थ, बैग, पर्स, जूते-चप्पल जन्मभूमि से बाहर की रखने होंगे। जगह-जगह तलाशी होगी।

🌼श्रीकृष्‍ण जन्माष्टमी🌼का यह पावन महोत्सव हिन्दू कैलेंडर के अनुसार प्रत्येक वर्ष भाद्रपद की श्री कृष्ण अष्टमी को मनाया जाता हैं। अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार इस बार 30 अगस्त 2021 सोमवार को भगवान श्री कृष्ण जी का 5248वां जन्मोत्सव मनाया जा रहा है। महान ऋषि-मुनियों, संतो भक्तों की वाणी के अनुसार  भगवान श्री कृष्ण जी पालनहारी भगवान श्री हरिविष्णु जी के 8वें अवतार के रूप में 8वें मनु वैवस्वत के मन्वंतर के 28वें द्वापर में भाद्रपद के कृष्ण पक्ष की रात्रि के 7 मुहूर्त निकल गए और 8वां उपस्थित हुआ तभी आधी रात के समय सबसे शुभ लग्न में उन्होंने जन्म लिया। उस लग्न पर केवल शुभ ग्रहों की दृष्टि थी। तब रोहिणी नक्षत्र तथा अष्टमी तिथि के संयोग से जयंती नामक योग में लगभग 3112 ईसा पूर्व को उनका जन्म हुआ था।महान ज्योतिषियों के अनुसार रात 12 बजे उस वक्त शून्य काल था।
इस बार हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि का आरंभ 29 अगस्त 2021 रविवार को रात 11 बजकर 25 मिनट से हो रहा है। इस तिथि का समापन 30 अगस्त दिन सोमवार को देर रात 01 बजकर 59 मिनट पर होगा। दूसरी ओर रोहिणी नक्षत्र का प्रारम्भ 30 अगस्त को सुबह 06 बजकर 39 मिनट से हो रहा है, जबकि इसका समापन 31 अगस्त को सुबह 09 बजकर 44 मिनट पर होगा। भगवान श्रीकृष्ण जन्म रात्रि में हुआ था और व्रत के लिए उदया तिथि मान्य है, ऐसे में इस वर्ष श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पावन पर्व 30 अगस्त को रहेगा और दिनभर व्रत रख सकते हैं। इस स्थिति में आप 31 अगस्त को प्रात: 09 बजकर 44 मिनट के बाद पारण कर सकते हैं क्योंकि इस समय ही रोहिणी नक्षत्र का समापन होगा।
जन्माष्टमी का व्रत रखने वाले लोग मुख्यत: दिनभर व्रत रखते हैं और रात्रि में बाल गोपाल श्रीकृष्ण के जन्म के बाद प्रसाद ग्रहण करते हैं और उसी समय अन्न ग्रहण करके व्रत का पारण कर लेते हैं। हालांकि कई स्थानों पर अगले दिन प्रात: पारण किया जाता है।यदि आप रात्रि में ही पारण करता चाहते हैं तो श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पूजा का मुहूर्त 30 अगस्त को रात 11 बजकर 59 मिनट से देर रात 12 बजकर 44 मिनट तक रहेगा। इसके बाद पारण कर सकते हैं। बाकी आप श्रद्धा भक्ति से एक तुलसी का पत्ता और एक फूल दो शक्कर के दाने भी कान्हा को सच्चे दिल से अर्पण करें तो वह दयालु प्रभु उसे भी आपके हाथ से छीन कर चट कर जायेगें। भगवान भाव के भूखे हैं। सबसे सुन्दर और प्यारे भगवान श्री कृष्णजी आपकी समस्त मनोकामनाएं जल्दी से पूर्ण करें। सबका अच्छा हो । जय यशोदा मां + नंद बाबा की जय मथुरा वृंदावन तीर्थ की जय समस्त भक्तों की समस्त संत समाज की जय हो महान सनातन संस्कृति की 🙏💐
🌼🙏हरे कृष्णा राधे राधे 🙏🌼

Sach ki Dastak

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