हिन्दू, हिन्दी, हिन्दुस्तान आयावर्त की यही पहचान-जितेन्द्र

सच की दस्तक डेस्क चन्दौली
श्री कृष्ण जन्माष्टमी के पावन अवसर पर विश्व हिन्दू परिषद कार्यकर्ताओं ने प्रखण्ड अध्यक्ष जितेन्द्र मिश्र के तत्वाधान में ग्राम सभा भलेहटा में मंगलवार की देर शाम उनके आवास पर विश्व हिन्दू परिषद का स्थापना दिवस मनाया।
सर्वप्रथम कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे जिला बरिष्ठ उपाध्यक्ष रमाकान्त पाण्डेय ने मर्यादा पुरूषोत्तम प्रभु श्री राम के तैलचित्र पर माल्र्यापण कर दीप प्रज्जवलित करते हुए कार्यक्रम का शुभारम्भ करवाया।
कार्यक्रम में हरीकीर्तन का आयोजन किया गया तत्पश्चात प्रभु श्री राम की आरती कर लोगों में प्रसाद वितरण किया। वक्ताओं की अगली कड़ी में जिला सहमंत्री अम्ब्रिश मिश्र ने बताया कि विहिप की स्थापना हिन्दू हित के लिए
की गयी है। जो समय-समय पर उनके शाषण के खिलाफ लड़ती है। प्रखण्ड अध्यक्ष जितेन्द्र मिश्र ने बताया कि हिन्दू किसी के मुहताज नही बल्कि लोग हिन्दूओं के मुहताज है क्योकि पृथ्वी का संतुलन बनाने के लिए हिन्दुआंे द्वारा जप-तप पूजा पाठ कर संतुलन बनाया जाता है। जिससे आज देश की समस्त पार्टी हिन्दुओं के आगे नतमस्तक है। श्री मिश्रा ने अयोध्या मंे राम मन्दिर पर प्रकाश डालते हुए कहा कि प्रभु श्री राम का प्रकाट्य 22-23 दिसबर 1949 को हुआ था। प्रभु श्री राम का प्रकाट्य होते ही हिन्दूआंे में गजब का उत्साह देखने को मिला। उस समय भारत के प्रधानमंत्री पं. जवाहर लाल नेहरू व उपप्रधानमंत्री तथा गृहमंत्री सरदार बल्लभ भाई पटेल थे और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री गोविन्द बल्लभ पन्त व गृहमत्री लाल बहादुर शास्त्री थे। उस फैजाबाद के कलेक्टर कृष्ण कुमार नायर थे।
श्री नायर के उपर सरकार का दबाव आने लगा मुर्ति को हटाओ लेकिन वे टस से मस नही हुए। अन्ततः उनका स्थानान्तरण कर दिया तब तक बात बहुत आगे निकल चुकी थी।आस्थावानांे का दर्शन के लिए ताता लग चुक था। जब मूर्ति नही हटी तो केन्द्र व प्रदेश की सरकार ने के.के. नायर को बर्खास्त तक कर दिया। लेकिनसमय-समय पर विश्व हिन्दू परिषद के बैनर तले हिन्दुओ का दबाव बढ़ता गया
सरकारे बदलती गयी खून खराबे होते गये। अन्ततः न्यायपालिका एक ऐतिहासिकफैसला दे डाला और 5अगस्त 2020को हिन्दुआंे ने राम मन्दिर का शिलान्यास कर
भारत की तस्बीर बदल डाली। हिन्दू, हिन्दी, हिन्दुस्तान आयावर्त की यही पहचान है। इस दौरान कमलेश सिंह, कालीचरण सिंह, अजय कुमार सिंह, रामबृक्ष राम, जग्गन यादव, उपेन्द्र मिश्र, मनीष सिंह, दिनेश गोड़, सुनील कुमार
सिंह, डब्बू त्रिपाठी, रमेश त्रिपाठी, तरूण त्रिपाठी सहित दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद रहे।