घटना के बाद पूरा गांव दहशत में, मृतिका के बहन पुलिस को घटना के लिए ठहराया दोषी


सच की दस्तक न्यूज डेस्क चंदौली
रविवार को सैयदराजा थाना क्षेत्र के मनराजपुर में हुई घटना के बाद पूरे गांव में दहशत का माहौल व्याप्त है। पुलिस बलों की तैनाती के कारण लोग घर में रहने को मजबूर हो गए हैं इस संबंध में ग्रामीणों का कहना है कि पुलिसिया कारर्वाई जो की गई वह गलत थी। घर में जिस समय पुलिस पहुंची तो उस समय घर में केवल कन्हैया जो वांछित अपराधी था उसकी दो बेटियां मौजूद थी। ऐसे में पुलिस को उन पर ऐसी प्रताड़ना नहीं देनी चाहिए थी। ग्रामीणों का कहना यह भी है कन्हैया यादव का एक दुकान भी है जिससे वह बालू का कायर् भी करता था जिसके कारण हमेशा पुलिस की नजर में रहती है। पुलिस के अनुसार कन्हैया जिलाबदर अपराधी है उसपर गैंगेस्टर एक्ट के तहत भी मुकदमे पंजीकृत है। कुछ ग्रामीणों का यह भी कहना है की मौजूदा भाजपा विधायक से भी उनके अच्छे रिश्ते नही है चुनाव के बाद रिश्ते में और अधिक कड़वाहट आ गयी थी। लोगो के अनुसार यह कारर्वाई भी भाजपा विधायक के सह पर हो सकती है। कुल मिलकर जो घटना कल हुई उससे ग्रामीणों में आक्रोश है लेकिन पुलिसिया तांडव से पूरा गांव सहित क्षेत्र में दहशत है।
जिले में पुलिस की दबिश के दौरान युवती की मौत का सनसनीखेज मामला सामने आया है। पुलिस जिला बदर आरोपी कन्हैया यादव के मनराजपुर आवास पर दबिश देने गई थी। इस दौरान घर पर सिफर् दो युवतियां मौजूद थी। जिन पर पुलिस का कहर कुछ इस कदर टूटा की एक युवती की मौत हो गई। जिसके बाद पुलिस प्रशासन पूरी तरह से बैकफुट पर आ गई। इस दौरान मीडिया से बात करते हुए पूरे घटना की चश्मदीद रही मृतका की बहन ने आप बीती बताई।
सनसनीखेज वारदात की इकलौती चश्मदीद मृतका की बहन पूजा पुलिस को ठहराया दोषी। इस पूरे सनसनीखेज वारदात की इकलौती चश्मदीद मृतका की बहन पूजा ने बताया कि रविवार की शाम को थाना प्रभारी उदय प्रताप सिंह के नेतृत्व में सैयदराजा पुलिस उनके घर पहुंची। लेकिन उस वक्त घर में सिफर् वो उसकी बहन निशा मौजूद थी। जिसके बाद वे घर का दरवाजा बंद करने की कोशिश करने लगी। जिस पर पुलिस टीम आक्रोशित हो गई और मारपीट करने लगी। निशा ने इस पर कड़ा विरोध जताया। जिस पर महिला कांस्टेबल समेत अन्य पुलिसकमीर् उसे कमरे में ले जाकर मारपीट करने लगे। इस दौरान वो मदद के लिए चिल्लाती रही। लेकिन किसी ने कुछ नहीं सुना। बाद में आवाज बंद हो गई। जिसके बाद पुलिस ने उसे पंखे से लटका दिया ताकि हत्या को सुसाइड करार दिया जा सके।
थाना प्रभारी पर लगाया प्रताड़ना का आरोप
पूजा ने बताया कि घटना से एक दिन पहले शनिवार को पुलिस ने उसके भाई विजय यादव को बेवजह हिरासत में लेकर पहले मारपीट की और फिर उसे जेल भेज दिया। अभी वह जमानत कराकर घर पहुंचता कि इससे पहले ही पुलिस उसके घर पहुंच गई और घटना को अंजाम दे दिया। इसमें सीधे तौर थाना प्रभारी उदय प्रताप सिंह की मंशा शामिल है। वह पहले भी कहते थे कि तुम लोग अपराधी की बेटी हो। तुम लोगों के साथ यही व्यवहार होगा।