गायत्री शक्तिपीठ से निकली कलश यात्रा

सच की दस्तक न्यूज़ डेक्स चंदौली
डीडीयू नगर क्षेत्र के गायत्री शक्तिपीठ पराहुपुर की ओर से चार दिवसीय गायत्री महायज्ञ और प्रज्ञापुराण की शुरूआत मंगलवार से हुई। गायत्री यज्ञ के पहले दिन गायत्री परिवार के सदस्यों ने कलश शोभायात्रा पराहुपुर स्थित गायत्री शक्तिपीठ से निकाली जो नगर भ्रमण के बाद स्वास्तिक लॉन में कलशों की स्थापना के साथ समाप्त हुई। वहीं अग्रवाल सेवा संस्थान में प्रज्ञा पुराण की कथा शुरू हुई। इस दौरान गायत्री मंत्र से नगर और संस्थान गुंजायमान रहा।
शाम के समय अग्रवाल सेवा संस्थान में हरिद्वार से पधारे कथावाचक ने प्रवचन करते हुए कहा की गायत्री महाविज्ञान इस समय की भागवत गीता है । उन्होंने कहा कि साधना लंबी नही होनी चाहिए बल्कि उसे गहरी करने की आवश्यकता है। इसके लिए मन एकाग्र होना चाहिए जो साधना की गहराई से होता है।बिना तपस्या के सिद्धि नही होती है।जीवन को बाहुमुल्य बना लिया तभी आप की प्रसिद्धि हो सकती है।प्रवचन के दौरान सुदामा और भगवान कृष्ण का प्रसंग आया।भक्त भगवान को पैदा कर देता है जिसका जीता जागता उदाहरण भक्त प्रह्लाद है प्रवचन के बाद भंडारे का भी आयोजन हुआ।