48 वीं पुण्यतिथि पर छात्र-छात्राओं ने जीवंत किया विद्यालय का ऐतिहासिक सफर

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सच की दस्तक डिजिटल न्यूज डेस्क वाराणसी

चन्दौली 

चहनियां क्षेत्र स्थित लोकनाथ महाविद्यालय रामगढ़ के प्रांगण में शनिवार को रजत जयंती बड़े ही धूमधाम से मनाई गई। सरस्वती के अमर साधक,स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, शिक्षाविद एवं भूतपूर्व विधायक लोकनाथ सिंह के 48 वीं पुण्यतिथि समारोह के अवसर पर लोकनाथ महाविद्यालय में स्थापना के पच्चीस वर्ष पूर्ण होने पर प्रबंधक धनंजय सिंह द्वारा रजत जयंती का आयोजन किया गया। इस रजत जयंती समारोह के दौरान विद्यार्थियों ने स्थापना से लेकर स्कूल की अब तक की यात्रा का मंचन से बखूबी प्रदर्शन किया। उन्होंने अपने अभिनय और वाक्चातुर्य से सभी किरदारों को जीवंत किया। बच्चों ने अपने गीत और नृत्य के माध्यम से अपनी प्रस्तुति दी। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि राज्य सभा सांसद साधना सिंह और राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’ ने कार्यक्रम की शुरूआत मां सरस्वती,बाबा कीनाराम व लोकनाथ सिंह के तैल चित्र पर सर्वप्रथम माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन कर के किया।
कार्यक्रम को संबोधित करती हुई साधना सिंह ने कहा कि विद्यालय स्थापना का शुरुआती दौर बड़ा संघर्षमय रहा, आज का दिन हम सबके लिए संकल्प का दिन है क्योंकि इन्होंने देश की आजादी ही नहीं समझ में स्थान बनाया है वह संकल्प लेकर किया है यह महापुरुष स्वर्गीय नहीं अमर हैं,जो हमेशा याद किए जाएंगे। हमें उनके बनाए मार्ग, कर्म व सपना को पूरा करना है। आज कितने संसाधन हो गए हैं, किंतु उस जमाने में उन्होंने बहुत संघर्ष किया। आज जमाना डिजिटल हो गया है सब ऑनलाइन हो गया है हर बच्चों को आगे बढ़ाना है,बेटा बेटी में कोई अंतर नहीं रहा। समाज में सबका समावेश जरूरी है, वहीं विशिष्ट अतिथि काशी विद्यापीठ की कुल सचिव सुनीता पांडेय ने कहा कि बाबा कीनाराम की धरती से स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पूर्व विधायक समाजसेवी दूसरे मालवीय कहे जाने वाले स्वर्गीय लोकनाथ सिंह ने शिक्षा के क्षेत्र में ही नहीं समाज में भी अपना छाप छोड़ गए हैं। इन्होंने सत्याग्रह, नमक आंदोलन, देश आजाद कराने जैसे कई देश हित के लिए कार्य किया है। वह सर्वगुण संपन्न थे। यहां के लोग शिक्षा ग्रहण करने के लिए दूर जाते थे, किंतु इन्होंने अपने जिले में शिक्षा की अलग जगाई। 1945 में टांडा कला में 1946 में धाराव में 1947 में रामगढ़ में आदि कई जगहों में इंटर कॉलेज का निर्माण किया। इन्होंने यहां के लोगों को ही नहीं देश को बहुत कुछ दिखा दिया है। स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का सम्मान सबको करना चाहिए।

इनकी थी उपस्थिति 
इस दौरान मुख्य रूप से
डॉ राजेंद्र प्रताप सिंह, प्रभु नारायण सिंह लल्ला,डॉक्टर अखिलेश अग्रहरि,डॉक्टर संजय त्रिपाठी,अतुल सिंह प्रिंस,आनंद तिवारी सोनू,डॉक्टर सरिता मौर्य, हंसराज यादव, अजीत सिंह,रमेश सिंह फौजी तथा समस्त क्षेत्रवासी उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व शिक्षक विधायक चेतनारायण सिंह, संचालन विनय कुमार सिंह , कॉलेज के सभी शिक्षक व आभार प्रबंधक धनंजय सिंह ने किया।

Sach ki Dastak

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