जानकारी : दुनिया के सात देश ऐसे , जहां कोई इनकम टैक्स नहीं-
आपको जानकर ताज्जुब होगा कि इनकम टैक्स आदि से हम सब लोग घबराते रहते हैं इनकम टैक्स यानि आयकर (इनकम टैक्स) वह कर है जो सरकार लोगों की आय पर आय में से लेती है। आयकर सरकारों के क्षेत्राधिकार के भीतर स्थित सभी संस्थाओं द्वारा उत्पन्न वित्तीय आय पर लागू होता है। कानून के अनुसार, प्रत्येक व्यवसाय और व्यक्ति कर देने या एक कर वापसी के लिए पात्र हैं, और उन्हें हर साल एक आयकर रिटर्न फाइल करना होता है। आयकर धन का एक महत्वपूर्ण स्रोत है जिसे सरकार अपनी गतिविधियों निधि और जनता की सेवा करने के लिए उपयोग करता है।
वहीं कुछ ऐसे देश भी हैं जहां लोग चाहे जितना भी कमाएं, उन्हें इनकम टैक्स के रूप में सरकार को एक भी रुपया नहीं चुकाना पड़ता है। जानिए! वह देश कौन हैं…
उत्तर अटलांटिक महासागर में स्थित ब्रिटेन के प्रवासी क्षेत्र बरमूडा में भी कोई आयकर नहीं है, लेकिन यहां एक पे-रोल टैक्स है जो आपके वेतन से काटा जा सकता है। एक कर्मचारी के वेतन से कटौती की जाने वाली टैक्स की अधिकतम दर वर्तमान में 5.5 फीसदी है जिसका भुगतान नियोक्ता (एम्प्लॉयर) द्वारा किया जाता है।
सउदी अरब में भी लोगों के वेतन पर कोई टैक्स नहीं लगता है। हालांकि, खुद का व्यवसाय करने वाले प्रवासियों को 20 फीसदी टैक्स देना पड़ता है। इसके अलावा यहां किसी व्यक्ति पर किसी भी तरह का अन्य कोई भी टैक्स लागू नहीं है।
ओमान एक तेल उत्पादक देश है। यहां भी किसी व्यक्ति की आय पर कोई टैक्स नहीं लगता है। हालांकि यहां कॉरपोरेट टैक्स 12 से 15 फीसदी देना पड़ता है।
कतर में तेल का अथाह भंडार है, जिसकी बदौलत इस देश के लोग भी काफी अमीर है, लेकिन इसके बावजूद यहां इनकम टैक्स नहीं लगता। किसी भी व्यक्ति या कर्मचारी पर आयकर, लाभांश (डिविडेंड), पूंजीगत लाभ और धन या संपत्ति के हस्तांतरण (ट्रांसफर) पर कोई टैक्स नहीं है।
इंडोनेशिया के पास स्थित देश ब्रुनई में भी किसी भी तरह का निजी इनकम टैक्स नहीं है। यहां सिर्फ एक कर्मचारी ट्रस्ट फंड और सप्लीमेंटल कंट्रीब्यूटरी (अनुपूरक अंशदायी) पेंशन योजना है, जिसमें लोगों को पैसे जमा करने पड़ते हैं।
कुवैत में भी हर नागरिक को लोग इनकम टैक्स से मुक्ति मिली हुई है। हालांकि लोगों को यहां सामाजिक बीमा में योगदान देना जरूरी है।
उत्तर अमेरिकी महाद्वीप के कैरिबियन क्षेत्र में स्थित देश बहामास में कोई इनकम टैक्स नहीं है। यहां चाहे लोग जितना भी कमाएं, उन्हें टैक्स नहीं देना पड़ता है। हालांकि सभी कर्मचारी और जो स्वरोजगार हैं, उन्हें अपने वेतन से राष्ट्रीय बीमा का भुगतान करना होता है और यह नियम गैर-निवासियों पर भी लागू होता है।