सौतेला व्यवहार को लेकर प्रधानों में असंतोष व्याप्त
सच की दस्तक डेस्क सोनभद्र(शिव प्रकाश पाण्डेय)
कोरोना वायरस के मद्देनजर जिला प्रशासन द्वारा ग्राम पंचायतों में खोले गए अन्नपूर्णा किचन के माध्यम से ग्राम प्रधानों द्वारा जो भोजन गरीबों को खिलाया जा रहा है उसके एवज में ग्राम प्रधानों को ₹15 दिया जा रहा है जबकि जबकि क्वॉरेंटाइन सेंटर में जो भोजन बाहर से आए लोगों को कराया जा रहा है उसके एवज में 50 से ₹80 खर्च हो रहे हैं। जिला प्रशासन द्वारा ग्राम प्रधानों के साथ किए जा रहे सौतेला व्यवहार को लेकर प्रधानों में असंतोष व्याप्त है। यह बातें सोमवार को सदर विकास खंड कार्यालय में वरिष्ठ समाजसेवी पंकज पाण्डेय ने कहीं पंकज पांडेय ने आरोप लगाया कि जिला प्रशासन ग्राम प्रधानों के साथ सौतेला व्यवहार कर रहा है। कहा कि जो खाना ग्राम प्रधान अन्नपूर्णा किचन के माध्यम से गरीबों को खिला रहे हैं वही खाना जिला प्रशासन द्वारा क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखे गए लोगों को खिलाया जा रहा है आखिरकार जिला प्रशासन द्वारा क्वॉरेंटाइन सेंटर में खाना खिलाने के लिए 50 से ₹80 और अन्नपूर्णा किचन के माध्यम से खाना खिलाने के लिए ₹15 क्यों दिया जा रहा है।उन्होंने जिला प्रशासन से अन्नपूर्णा किचन के माध्यम से चलाए जा रहे हैं खाना के एवज में ₹50 से 80 रुपए देने की मांग की है।वहीं ब्लॉक पर उपस्थित दर्जनों ग्राम प्रधानों ने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि हमारी मागो को गम्भीरता से नही लिया गया तो हम सभी प्रधान अन्नपूर्णा किचन करने बंद करने को बाध्य होंगे जिसकी समस्त जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी।