सोनोवाल की उल्फा (आई) प्रमुख परेश बरुआ से शांति वार्ता में शामिल होने की अपील
कोकराझार (असम)। असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने सोमवार को यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम (इंडिपेंडेट) प्रमुख परेश बरुआ से शांति वार्ता में शामिल होने और भारतीय लोकतंत्र का हिस्सा बनने की अपील की। सोनोवाल ने कोकराझार जिले में 18वें बोडोलैंड दिवस के तहत आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए उल्फा (आई) प्रमुख से यह आह्वान किया। उल्लेखनीय है कि प्रतिबंधित उल्फा (इंडिेपेंडेंट) से बातचीत करने के मुद्दे पर पिछले हफ्ते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और असम के मुख्यमंत्री ने चर्चा हुई थी।
परेश बरुआ ने हाल में एक स्थानीय टेलीविजन चैनल से कहा था कि अगर सरकार की ओर से एक पंक्ति की भी चिट्ठी आती है और असम की संप्रभुत्ता की उसकी मांग, चर्चा का एजेंडा बनता है तो वह बातचीत को तैयार है।
सोनोवाल ने कहा कि 2016 में राज्य की बागडोर संभालने के समय उनकी सरकार ने असम को उग्रवाद मुक्त करने का लक्ष्य तय किया था। उन्होंने कहा कि इस प्रतिबद्धता की वजह से कई उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल हुई है।
मुख्यमंत्री ने राज्य में शांति स्थापित करने में सभी वर्गों का सहयोग मांगा और बोडो उग्रवादियों द्वारा हथियार डालने के कदम की प्रशंसा की। शांति वार्ता समर्थक उल्फा के महासचिव अनूप चेतिया ने भी असम के लोगों के हित में सरकार और उल्फा (आई) प्रमुख परेश बरुआ से बातचीत के लिए आगे आने की अपील की।