सोशल मीडिया पर स्पेशल-20 रखेगी नज़र
भोपाल।
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में सोशल मीडिया पर भय का महौल बनाने वालों और आपत्तिजनक पोस्ट करने वाले लोगों की अब खैर नहीं है। क्राइम ब्रांच भोपाल ने सोशल मीडिया पर निगरानी के लिए स्पेशल-20 टीम का गठन कर दिया है। जो सोशल मीडिया एप के जरिए अभद्रता, भय और आपत्तिजनक सामग्री पोस्ट करने वालों पर कड़ी नज़र रखेगी।
इसके लिए क्राइम ब्रांच ने प्रदेश की राजधानी भोपाल के 40 थानों क्षेत्रों में सोशल मीडिया पर होने वाले अपराधों और सोशल मीडिया एप पर पोस्ट होने वाली आपत्तिजनक पोस्ट पर निगरानी रखने के लिए 20 पुलिसकर्मियों की एक स्पेशल टीम बनाई गई है। यह स्पेशल-20 टीम फेसबुक, इंस्टाग्राम वाट्सएप और टिकटॉक पर आपत्तिजनक वीडियो, भड़काऊ बयान और हथियार रखकर फोटो अपलोड करने वालों पर नजर रखेगी। बदमाशों के साथ आम लोगों की भी निगरानी की जाएगी।
बताया जा रहा है कि क्राइम ब्रांच की स्पेशल-20 टीम के गठन के पीछे की बड़ी वजह टिकटॉक एप भी है। दरअसल, कई असामाजिक तत्व हथियारों के साथ अपने वीडियो टिकटॉक पर वायरल कर रहे थे। इससे लोगों में दहशत का माहौल बन रहा था।
इस साल अगस्त में एक कालेज की फ्रेशर पार्टी के दौरान पुराने भोपाल स्थित काजीकैंप के कुछ युवकों ने आकर काफी हंगामा किया था और छात्राओं के साथ भी अभद्रता की थी। इस दौरान आरोपीयों ने हथियारों के साथ कई वीडियो बनाकर टिकटॉक पर वायरल किए थे। साथ ही अन्य सोशल मीडिया एप पर भी हथियारों के साथ फोटो पोस्ट किए थे।
कुछ इसी तरह भोपाल के जहांगीराबाद थाना अंतर्गत एक मॉल के पास हुए गोलीकांड के आरोपीयों ने भी इस तरह वीडियो बनाकर टिकटॉक पर पोस्ट किया था। पुलिस का मानना है कि ऐसा करके आरोपित सोशल मीडिया से भय का माहौल बना रहे थे। इन आरोपियों ने फेसबुक पर हथियारों के साथ अपने फोटो अपलोड किए थे। क्राइम ब्रांच ने रविवार को इन तीन युवकों को अवैध हथियारों के साथ गिरफ्तार किया था। आरोपीयों में दो युवक रेत कारोबार से जुड़े थे, जबकि एक युवक शराब दुकान पर काम करता है। क्राइम ब्रांच ने इनके पास से दो पिस्टल और कारतूस बरामद हुए थे।
सोशल मीडिया पर निगरानी के लिए बनाई गई स्पेशल-20 टीम के बारे में जानकारी देते हुए एएसपी क्राइम ब्रांच निश्चय झारिया ने के अनुसार स्पेशल टीम में अभी 20 पुलिसकर्मियों को तैनात किया जा रहा है। यह टीम 40 थाना क्षेत्रों में काम करेगी। बदमाशों के साथ आम लोग वाट्सएप, फेसबुक, इंस्टाग्राम और टिकटॉक पर किस तरह की पोस्ट अपलोड कर रहे हैं, उसकी निगरानी टीम करेगी। इससे संदिग्ध लोगों की पहचान कर कार्रवाई की जाएगी। साथ ही टीम यह भी पता लगाएगी कि जेल से छूने के बाद सोशल मीडिया पर आरोपित किस तरह की गतिविधियां करते हैं।
क्राइम ब्रांच भोपाल का यह प्रयोग सफल रहा तो प्रदेश में सोशल मीडिया पर होने वाले अपराधों पर नियंत्रण के लिए ऐसी टीमें और गठित की जाएगी। साथ ही पुलिस को भी सोशल मीडिया पर होने वाले अपराधों की जांच में इससे मदद मिलेगी। भोपाल क्राइम ब्रांच की स्पेशल-20 टीम की शुरूआत से सोशल मीडिया पर होने वाले अपराधों पर नियंत्रण लगने की संभावना व्यक्त की जा रही है।