40 साल से मुस्लिम परिवार करता है रावण का निर्माण
रिपोर्ट-अमीन अहमद बिजनौर
बिजनौर में दोनों समुदाय के लोग संप्रदायिक सौहार्द को मजबूती से कायम रखे हुए हैं ।उसी की एक मिसाल से हम आज आपको रूबरू कराना चाहते हैं बिजनौर का एक मुस्लिम परिवार पिछले 40 वर्षों से करता है। रावण के पुत्रों का निर्माण यह मुस्लिम परिवार बिजनौर में सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल बना हुआ है। दशहरा पर्व पर किए जाने वाले रावण के पुतली को 1 महीने से यह मुस्लिम समुदाय के लोग बनाने में जुटे हैं ।जहां अपनी इस कलाकारी से यह लोग जनपद वासियों के दिलों पर राज करते हैं अपने पूर्वजों की कला कोई लोग आज भी उसी कलाकारी से जनता के सामने पेश करते हैं।
हसीन उद्दीन और साजिद का परिवार पिछले 40 वर्षों से दशहरा पर्व पर फुके जाने वाले रावण के पुतले का निर्माण करते हैं बिजनौर के दोनों समुदाय के लोग संप्रदायिक सौहार्द को मजबूती से कान रखे हुए हैं । जरा यह परिवार बिजनौर में सौहार्द की मिसाल बने हुए हैं हसीन उद्दीन ।वैसा जितने कारोबार की दृष्टि से संप्रदायिक सौहार्द की मिसाल कायम करने के लिए रावण मेघनाद कुंभकरण के पुत्रों का निर्माण शुरू कर दिया था । बनाए गए कुछ लोग को बिजनौर ही नहीं बल के अन्य इलाकों में भी भेजा जाता है पिता का निधन हो जाने के बाद हसानुद्दीन और साजिद इस कारोबार को जिंदा रखा। वे साजिद ने हमें बताया पूर्वजों द्वारा दी गयी नसीहत के चलते इस कारोबार को जिंदा रखे हुए हैं। इस कारोबार से उन्हें शांति मिलती है और अंतिम सांस तक इस कारोबार को जिंदा रखा जाएगा बिजनौर रामलीला ग्राउंड में रामलीला मंचन को देखने के लिए नगर व देहात इलाकों से हजारों लोग उपस्थित रहते हैं।