ट्राई के इस कदम से हिला पूरा भारत, बंद होगी ये सर्विस, 1 फरवरी से बदलेगी ये सुविधा –

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टेलीकॉम रेगुलेटरी ऑथोरिटी ऑफ़ इंडिया ने हाल ही में टेलीकॉम कंपनियों को लेकर नाराजगी जाहिर की है। बताना चाहेंगे कि ट्राई को टेलीकॉम ग्राहकों की ओर से कंपनियों को लेकर शिकायतें मिली हैं। 

जिसके बाद ट्राई ने सभी कंपनियों को न्यूनतम बैलेंस होने की स्थिति में किसी सिम की इनकमिंग सर्विस को बंद ना करने के निर्देश दिए। लेकिन बावजूद इसके कंपनियां अपनी मनमानी कर रही हैं।

ट्राई ने इस साल की शुरुआत में ही मोबाइल क्षेत्र में बदलाव किया और पोस्टपेड ग्राहकों को मिलने वाली पेपर बिल सर्विस को बंद करने की बात रखी हैI इसकी बंद करने की वजह पर्यावरण को माना गया है क्योंकि पेपर बिल के लिए हर साल पेड़ों को कटान किया जा रहा थाI लेकिन अब पोस्टपेड ग्राहकों को इलेक्ट्रॉनिक बिल भेजा जायेगा जिससे पेपर बिल के कारण होने वाले पर्यावरण के नुकसान से बचा जा सकेगा।

गौरतलब है कि, ट्राई ने पोस्टपेड ग्राहकों के समक्ष इस बात रखा की क्या पेपर बिल प्रारूप को बंद कर इलेक्ट्रॉनिक बिल की शुरुआत करनी चाहिएI अधिकतर कंपनियां इससे सहमत हैं और उनका मानना है कि इससे ग्राहकों को उनका बिल मोबाइल पर ही प्राप्त हो सकेगा साथ ही इससे वनों के सरक्षण में भी मदद मिलेगीI जिसके लिए विचार की अंतिम तारीख 24 दिसम्बर थीI

It is worth mentioning that TRAI has put this in front of postpaid customers to stop the paper bill format and start an electronic bill. Most companies agree with this and believe that this will help the customers get their bill on mobile. This will also help in protecting forests, for which the last date of the idea is 24th December.

इस सेवा में बड़ा बदलाव –

TRAI is going to make changes for DTH and cable users from 1st February, in which DTH consumers will no longer have to face the arbitrary DTH operators. That is, now consumers will be entitled to choose the favorite channels from their paid money. Private private sector providers will not be forced to force other channels to see them. That is, from February one, customers will get the freedom to choose channels according to their choice.

ट्राई 1 फरवरी से DTH और केबल उपभोक्ताओं के लिए बदलाव करने करने जा रही हैI जिसमें DTH उपभोक्ताओं को अब DTH ऑपरेटर्स की मनमानी नहीं झेलनी पड़ेगी। यानि अब उपभोक्ताओं को अपने दिए पैसों से पसंदीदा चैनल चुनने की पूरी छूट होगीI प्राइवेट DTH प्रोवाइडर्स ग्राहकों को जबरदस्ती दूसरे चैनल देखने के लिए मजबूर नहीं कर पाएंगे। यानि एक फरवरी से ग्राहकों अपनी पसंद के अनुसार चैनल चुनने की आजादी मिलेगीI

Sach ki Dastak

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