भारतीय महिला टीम की शानदार वापसी, दक्षिण अफ्रीका को हराकर बराबर की जीत
[झूलन और मंधाना ने दिलायी भारत को दक्षिण अफ्रीका पर बड़ी जीत हासिल हुई है। झूलन ने 10 ओवर में 42 रन देकर चार विकेट लिये। उनके अलावा राजेश्वरी गायकवाड़ ने 37 रन देकर तीन और मानसी जोशी ने 23 रन देकर दो विकेट लेकर दक्षिण अफ्रीकी टीम को 41 ओवर में 157 रन पर समेटने में जबर्दस्त कामयाबी हासिल की]
अनुभवी झूलन गोस्वामी की घातक गेंदबाजी तथा स्मृति मंधाना और पूनम राउत के बीच शतकीय साझेदारी की मदद से भारतीय महिला टीम ने मंगलवार को यहां दूसरे एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में दक्षिण अफ्रीका को 128 गेंद शेष रहते हुए नौ विकेट से करारी शिकस्त देकर श्रृंखला में शानदार वापसी की।
झूलन ने 10 ओवर में 42 रन देकर चार विकेट लिये। उनके अलावा राजेश्वरी गायकवाड़ ने 37 रन देकर तीन और मानसी जोशी ने 23 रन देकर दो विकेट लेकर दक्षिण अफ्रीकी टीम को 41 ओवर में 157 रन पर समेटने में अहम भूमिका निभायी। इसके बाद मंधाना (64 गेंदों पर नाबाद 80) और राउत (89 गेंदों पर नाबाद 62) ने दूसरे विकेट के लिये 138 रन की अटूट साझेदारी निभायी जिससे भारत ने 28.4 ओवर में एक विकेट पर 160 रन बनाकर आसान जीत दर्ज की और पांच मैचों की श्रृंखला 1-1 से बराबर की।
दक्षिण अफ्रीका ने पहला वनडे आठ विकेट से जीता था। दक्षिण अफ्रीका की बल्लेबाज भारत की अनुशासित गेंदबाजी के सामने किसी भी समय खुलकर नहीं खेल पायी। उसकी तरफ से लारा गुडॉल ने 77 गेंदों पर सर्वाधिक 49 रन बनाये। उनके अलावा कप्तान साने लुस ने 57 गेंदों पर 36 रन का योगदान दिया।दक्षिण अफ्रीका के केवल पांच बल्लेबाज दोहरे अंक में पहुंचे। भारत ने भी जेमिमा रोड्रिग्स (नौ) का विकेट पांचवें ओवर में गंवा दिया था। उन्हें शबनीम इस्माइल ने बोल्ड किया लेकिन इसके बाद मंधाना और राउत ने दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाजों को कोई मौका नहीं दिया।
मंधाना ने अपनी पारी में 10 चौके और तीन छक्के जबकि राउत ने आठ चौके लगाये। मंधाना ने इस्माइल के पहले ओवर में ही लगातार दो छक्के जड़कर अपने इरादे जतला दिये थे। उन्होंने अपना तीसरा छक्का नॉकुलुलेको मलाबा पर लगाया। उन्होंने 20वें ओवर में इस्माइल पर लगातार दो चौके लगाकर 46 गेंदों पर अपने वनडे करियर का 18वां अर्धशतक पूरा किया। राउत ने शुरू में संभलकर बल्लेबाजी की लेकिन बाद में उन्होंने भी कुछ आकर्षक शॉट लगाये। वह नडीन डि क्लर्क पर फाइन लेग पर चौका लगाकर अर्धाशतक तक पहुंची। यह उनके करियर का 14वां पचासा है।
मंधाना ने डि क्लर्क पर ही लगातार दो चौके लगाकर भारत को लक्ष्य तक पहुंचाया। इससे पहले भारतीय कप्तान मिताली राज ने टॉस जीतकर दक्षिण अफ्रीका को पहले बल्लेबाजी के लिये आमंत्रित किया जिसने नियमित अंतराल में विकेट गंवाये। झूलन और मानसी ने सही लाइन व लेंथ से गेंदबाजी की तथा पिछले मैच में पहले विकेट के लिये शतकीय भागीदारी निभाने वाली लिजली ली (चार) और लॉरा वॉलवार्ट (नौ) की सलामी जोड़ी को सस्ते में पवेलियन की राह दिखा दी। ली को झूलन ने पगबाधा आउट किया जबकि वॉलवार्ट ने विकेट के पीछे कैच थमाया।इसके बाद लुस और गुडॉल ने तीसरे विकेट के लिये 60 रन जोड़कर पारी संवारने की कोशिश की। मानसी ने 21वें ओवर में लुस को आउट करके यह साझेदारी तोड़ी।
विकेटकीपर सुषमा वर्मा ने उनका आसान कैच लिया। इसके बाद स्पिनरों ने जिम्मेदारी संभाली तथा दीप्ति शर्मा और राजेश्वरी ने बल्लेबाजों को खुलकर नहीं खेलने दिया। राजेश्वरी ने 26वें ओवर में मिगनॉन डु प्रीज (11) को दीप्ति के हाथों कैच कराया। मिताली ने इस बीच गेंदबाजी में कुछ अच्छे बदलाव किये। झूलन ने गेंद संभाली और मारिजान कैप (10) को मिडिविकेट पर कैच देने के लिये मजबूर किया। उप कप्तान हरमनप्रीत कौर ने अपनी पहली गेंद पर ही गुडॉल को बोल्ड करके उन्हें अर्धशतक से वंचित किया। इससे दक्षिण अफ्रीका का स्कोर छह विकेट पर 130 रन हो गया। झूलन ने 36वें ओवर में तृषा चेट्टी (12) को आउट कर दिया था लेकिन यह नोबॉल निकल गयी।
इस अनुभवी गेंदबाज ने हालांकि 38वें ओवर में नडीन डि क्लर्क (आठ) और शबनीम इस्माइल (शून्य) को आउट करके स्कोर आठ विकेट पर 144 रन कर दिया। चेट्टी को आखिर में राजेश्वरी ने पवेलियन भेजा और फिर नॉकुलुलेको मलाबा को आउट करके दक्षिण अफ्रीकी पारी का अंत किया।
भारत की ओर से झूलन के अलावा राजेश्वरी गायकवाड ने तीन, मानसी जोशी ने दो और हरमनप्रीत कौर ने एक विकेट लिया। भारत और दक्षिण अफ्रीका की महिला टीमों के बीच सीरीज का तीसरा मुकाबला शुक्रवार यानि 12 मार्च को इसी मैदान पर खेला जाएगा।