Hong Kong protest : हांगकांग में एक जनवरी को आंदोलनकारियों की बड़ी रैली
क्रिसमस पर लगातार तीन दिन तक प्रदर्शन करने के बाद लोकतंत्र समर्थकों ने अब नए साल के पहले दिन एक जनवरी को आमसभा करने का फैसला किया है। इस सभा में आंदोलनकारी अपने नए कार्यक्रम का एलान कर सकते हैं। इस बीच क्रिसमस पर हुए बवाल और प्रदर्शन में शामिल 336 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इन सभी पर दंगा करने की धाराएं लगाई गई हैं।
पुलिस के मुख्य प्रवक्ता कोक काचुएन ने बताया कि गिरफ्तार लोगों में 92 महिलाएं और कई नाबालिग हैं। सबसे छोटे गिरफ्तार आंदोलनकारी की उम्र 12 साल है। छह महीने से कुछ ज्यादा समय से चल रहे लोकतंत्र की मांग वाले आंदोलन में अभी तक करीब सात हजार लोग गिरफ्तार हो चुके हैं जिनमें बड़ी संख्या छात्रों की है। हाल के आंदोलन में सेंटा क्लॉज वाली कैप लगाकर आंदोलनकारी पुलिस से भिड़े। छह महीने से ज्यादा से चल रहा यह आंदोलन आगे भी चलते रहने के आसार हैं।
पुलिस प्रवक्ता ने कहा, क्रिसमस के मौके पर शॉपिंग सेंटर, रेस्टोरेंट और अन्य सार्वजनिक स्थलों पर आए सामान्य लोगों को उपद्रवियों ने परेशान किया। तोड़फोड़ कर सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया। इस दौरान मेट्रो स्टेशन, बैंकों और इलेक्टि्रक ग्रिड को नुकसान पहुंचाया गया।
इस दौरान निष्पक्ष लोगों आतंकित किया गया। जो लोग आंदोलन के दौरान हिंसा से सहमत नहीं हैं, उन्हें हिंसा से डराया गया। क्रिसमस आंदोलन के दौरान पुलिस ने जैसे ही आंसू गैस के गोले छोड़े और आंदोलनकारियों को पकड़ना शुरू किया, वैसे ही काले कपड़े पहने आंदोलनकारियों ने दुकानों और शॉपिंग मॉल के शीशे और साइन बोर्ड तोड़ने शुरू कर दिए।
उल्लेखनीय है कि एक विवादास्पद प्रत्यर्पण बिल की शुरुआत के बाद नौ जून को हांगकांग की सड़कों पर बड़े पैमाने पर विरोध शुरू हुआ था, जिसे बाद में सरकार ने वापस ले लिया। इसके बाद भी हालांकि लोगों का प्रदर्शन बंद नहीं हुआ और वह हांगकांग के लोकतांत्रिक तंत्र में सुधार और अपने देश में मामलों में बीजिंग के हस्तक्षेप का विरोध कर रहे हैं।
कुछ प्रदर्शनकारियों ने शांतिपूर्ण विरोध के बजाय अधिक उग्र रणनीति अपनाई हुई है, जिससे पुलिस के साथ हिंसक झड़पें भी हो रही हैं।