बुलेट ट्रेन का किराया होगा हवाई जहाज से भी महंगा-
देश का अक वर्ग ऐसा है जिसने आजतक ट्रेन और हवाई जहाज का सफर नहीं किया.. क्योंकि यह उनकी जेब से बहुत ज्यादा है… अब बुलेट ट्रेन भी अमीरों के लिए ही होगी….
जिस बुलेट ट्रेन को भारत में चलाने का सपना भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देखा है उस पर चलना भारत के आम आदमी के बस की बात नहीं है क्योंकि उसका किराया भारतीय रेल के प्रथम एसी का डेढ़ गुना होना अनुमानित है । यह खुलासा रेल मंत्रालय से ली गई आरटीआई के द्वारा हुआ है ।
मिनी महानगर निवासी अधिवक्ता संतोष कुमार पाठक की ओर से रेल मंत्रालय से मांगें गए आरटीआई के जवाब में इसका खुलासा हुआ है।…
जानकारी के अनुसार आरटीआई एक्टिविस्टों की संस्था ” रक्त ” के अध्यक्ष एवं अधिवक्ता संतोष कुमार पाठक विगत दिनों रेल विभाग से भारत में चलने वाली बुलेट ट्रेन के संबंध में छह बिंदुओं पर सूचना मांगी थी। उन्होंने पूछा था कि बुलेट ट्रेन भारत में किस स्थान से किस स्थान पर चलाई जाएगी ?
इसके लिए अब तक कितनी धनराशि प्राप्त हुई है,कितनी खर्च हुई है, बुलेट ट्रेन की लाइनों को बिछाने का खर्च प्रति किलोमीटर कितना अनुमानित है ।बुलेट ट्रेन के रेल लाइन व परिचालन हेतु किस देश की कंपनी से समझौता हुआ है,बुलेट ट्रेन व उसके रेल लाइन परिचालन आदि में प्रथम चरण में कितनी धनराशि खर्च होगी ,भारत में कब तक बुलेट ट्रेन चलने का अनुमान है, और बुलेट ट्रेन का प्रथम चरण में प्रति व्यक्ति यात्रा टिकट कितने रुपए होना अनुमानित है ।
इन प्रश्नों के जवाब में नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड के वरिष्ठ प्रबंधक उमेश कुमार गुप्ता ने विगत 5 जुलाई को भेजे अपने जवाब के माध्यम से सन्तोष पाठक को बताया कि बुलेट ट्रेन मुंबई से अहमदाबाद के बीच में चलना प्रस्तावित है और इसके लिए अब तक 4655 करोड़ रूपये की धनराशि मिली है, इसमें से लगभग 2899 करोड़ खर्च भी हो चुके हैं ।यह रूपये जमीन अधिग्रहण में तथा यूटिलिटी शिफ्टिंग में खर्च किए गए हैं। बुलेट ट्रेन की रेल लाईनों के बिछाने के खर्च पर उन्होंने यह भी बताया कि खर्च का व्यौरा निविदा तय करने के उपरांत ही दिया जा सकता है।
उन्होंने यह भी बताया कि अभी तक किसी भी देश की कंपनी के साथ परिचालन हेतु कोई समझौता नहीं हुआ है, बुलेट ट्रेन जापान की सिंकांसेन तकनीकी पर आधारित है, बुलेट ट्रेन व उसकी रेल लाइन परिचालन आदि में प्रथम चरण में कुल 108000 करोड रुपए खर्च होने का अनुमान है , बुलेट ट्रेन परियोजना कार्यान्वयन के अधीन है ,जॉइंट फिसीबिलिटी रिपोर्ट के अनुसार परियोजना को 2023 के अंत तक चालू किया जाना
है ।
सबसे महत्वपूर्ण और चौंकाने वाली बात बुलेट ट्रेन के प्रति व्यक्ति यात्रा टिकट कितने रुपए होंगे ? इसको लेकर है, इस संबंध में उन्होंने बताया की जॉइन फीसिबिल्टी रिपोर्ट के अनुसार प्रति व्यक्ति यात्रा टिकट भारतीय रेल के प्रथम एसी का डेढ़ गुना होना अनुमानित है ।
यह सर्वविदित है कि भारतीय ट्रेन के एसी प्रथम में किस वर्ग के लोग यात्रा करते हैं और एसी प्रथम के डेढ़ गुने का मतलब हवाई जहाज के किराए के बराबर का किराया होता है। यह भारत के आम आदमी के बस की बात नहीं है।