INX मीडिया केस: सुप्रीम कोर्ट से चिदंबरम को मायूसी –
- आईएनएक्स मीडिया में पांच की जगह 300 करोड़ का विदेशी निवेश हुआ।
- सन 2007 में तत्कालीन वित्त मंत्री चिदंबरम ने निवेश को क्लियरेंस दी।
- सीबीआई ने 15 मई 2017 को प्राथमिकी दर्ज की थी।
- ईडी और सीबीआई आरोपी चिदंबरम की तलाश में जुटे।
- जस्टिस रमन्ना बोले CJI करेंगे चिदबंरम केस की सुनवाई।
INX मीडिया केस में सुप्रीम कोर्ट से चिदबंरम को राहत नहीं मिली है। अब 23 अगस्त को चिदंबरम की अग्रिम जमानत अर्जी पर सुनवाई होगी। शीर्ष अदालत में चिदबंरम केस की लिस्टिंग नहीं हुई जिस वजह से सुनवाई नहीं हो पाई। शुक्रवार को चिबंदरम की अग्रिम जमानत अर्जी पर सुनवाई होगी। मुख्य मुख्य न्यायधीश रंजन गोगोई इस केस पर फैसला सुनाएंगे।
ऐसे में पी चिदंबरम पर गिरफ्तारी कभी भी हो सकती है। इधर ईडी के बाद सीबीआई ने भी चिदंबरम के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी कर दिया है।
यह है पूरा मामला-
सीबीआई वर्ष 2006 के एयरसेल-मैक्सिम समझौते में एफआईपीबी मंजूरी देने में कथित अनियमितता की भी जांच कर रही है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी इस संबंध में धन शोधन के मामले की जांच कर रहा है।इस केस में पिछले साल पी चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम को गिरफ्तार किया गया था। वे 23 दिनों तक हिरासत में रहे थे।चिदंबरम पर हवाई जहाज की खरीद और एयरसेल के मामले में अलग-अलग केस हैं।
जांच एजेंसियों का दावा है कि सन 2007 में जब चिदंबरम वित्त मंत्री थे तब उन्होंने पीटर मुखर्जी और इंद्राणी मुखर्जी की कंपनी आईएनएक्स मीडिया (INX Media) को मंज़ूरी दिलाई।इसके बाद इस कंपनी में कथित रूप से 305 करोड़ का विदेशी निवेश आया. अनुमति मिली थी मात्र पांच करोड़ के निवेश की, लेकिन आईएनएक्स मीडिया में 300 करोड़ से अधिक का निवेश हुआ।कथित रूप से खुद को बचाने के लिए आईएनएक्स मीडिया ने कार्ति चिदंबरम के साथ साज़िश की और सरकारी अफसरों को प्रभावित करने का प्रयास किया।दावा किया गया है कि चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम ने रिश्वत ली थी।
आरोप :
सीबीआई का आरोप है कि एक निजी कंपनी, जिस पर कार्ति चिदंबरम का कंट्रोल था, को इंद्राणी और पीटर मुखर्जी के मीडिया हाउस से फंड ट्रांसफर हुआ था. सीबीआई का आरोप है कि कार्ति ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल करके आईएनएक्स को फॉरेन डायरेक्ट इनवेस्टमेंट क्लियरेंस हासिल करने में मदद की थी. आईएनएक्स मीडिया मामले में सीबीआई ने 15 मई 2017 को प्राथमिकी दर्ज की थी. इसके बाद ईडी ने पिछले साल इस संबंध में मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया था।
इस बीच CBI और प्रवर्तन निदेशालय ने चिदंबरम के देश छोड़ने की आशंका को देखते हुए लुकआउट नोटिस जारी किया है। CBI और ED की टीम चिदंबरम की तलाश कर रही है।सीबीआई की टीम चिदंबरम के आवास पर मौजूद है। सीबीआई ने चिदंबरम के आवास के बाहर नोटिस चस्पा कर जल्द से जल्द उपस्थित होने को कहा है।
इससे पहले INX मीडिया केस के आरोपी पूर्व गृह और वित्त मंत्री पी चिदंबरम की अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई हुई। जस्टिस रमन्ना ने मामले में फैसला सुनाने से इनकार करते हुए केस को चीफ जस्टिस रंजन गोगोई क पास ट्रांसफर कर दिया।
सुनवाई को लेकर पी चिदंबरम के वकील सिब्बल, खुर्शीद, विवेक तन्खा CJI के कोर्ट रुम में मौजूद थे। लेकिन सीजेआई अयोध्या मामले की सुनवाई कर रहे थे। चिदंबरम के वकीलों को उम्मीद थी कि केस की लिस्टिंग आज हो जाएगी लेकिन नहीं हो पाई। चिदंबरम की ओर से वकील कपिल सिब्बल ने कहा कि याचिका में कमियों को दूर कर दिया गया है।
ऐसे में मामले को जल्द सुना जाना चाहिए। लेकिन जस्टिस रमन्ना ने साफ कर दिया कि वो सिर्फ लिस्टिंग करेंगे, मामला नहीं सुनेंगे। इस मामले पर रजिस्ट्रार ने जानकारी दी कि लिस्टिंग पर फैसला CJI को करना है, लेकिन हमें अभी उनके आदेश का इंतजार है।
कपिल सिब्बल और जस्टिस रमन्ना के बीच बहस के कुछ अंश –
सिब्बल- डिफेक्ट मामूली हैं।
जस्टिस रमन्ना – आप डिफेक्ट दूर कीजिये
सिब्बल- मामला कभी भी सुना जाए,,,मगर हमे अंतरिम राहत तो दी जा सकती है। मेरे मुवक्किल कहीं भाग नहीं रहे हैं।
जस्टिस रमन्ना ने रजिस्ट्रार को बुलाकर पूछा कि क्या दिक्कत है याचिका में
रजिस्ट्रार- डिफेक्ट क्योर हो गया है। मामला कब और कहां लगेगा, अभी तय नहीं है।
सिब्बल- मतलब ये मामला अब हमें 4 बजे के बाद cji के सामने रखना होगा।
जस्टिस रमन्ना – इसमें हम कुछ नहीं कर सकते।
वहीं कांग्रेस नेता शशि थरूर पी चिदंबरम के बचाव में आगे आए हैं। थरूर ने कहा कि चिदंबरम पर राजनीतिक बदले की भावना से कार्रवाई हो रही है।
सिब्बल- मतलब ये मामला अब हमें 4 बजे के बाद cji के सामने रखना होगा।
जस्टिस रमन्ना – इसमें हम कुछ नहीं कर सकते।
वहीं कांग्रेस नेता शशि थरूर पी चिदंबरम के बचाव में आगे आए हैं। थरूर ने कहा कि चिदंबरम पर राजनीतिक बदले की भावना से कार्रवाई हो रही है। लेकिन चिबंदरम साहस और पूरी ताकत के साथ खड़े हैं। अंत में सत्य की जीत तय है।
हर साल 8.5 करोड़ कमाते हैं चिदंबरम, इतनी है पूरी संपत्ति-
प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई में फंसे पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिदंबरम का परिवार घोषित रूप से करीब 175 करोड़ रुपये की संपत्ति का मालिक है. हालांकि, जांच एजेंसियों का आरोप है कि उनकी वास्तविक संपत्ति इससे कई गुना ज्यादा है। साल 2014-2015 में चिदंबरम ने अपनी सालाना आय 8.5 करोड़ रुपये और पत्नी की आय 1.25 करोड़ रुपये बताई थी।
ब्रिटेन में मकान, 25 करोड़ रुपए का जमा-
चिदंबरम की संपत्ति में करीब 5 लाख रुपये की नकदी, 25 करोड़ रुपये बैंकों और अन्य संस्थाओं में जमा, 13.47 करोड़ रुपये शेयरों, डिबेंचर आदि में निवेश, पोस्ट ऑफिस योजनाओं में करीब 35 लाख रुपये जमा, करीब 10 लाख रुपये की बीमा पॉलिसियां, करीब 27 लाख रुपये के लग्जरी कार, करीब 85 लाख रुपये की ज्वैलरी आदि शामिल हैं. उनका सबस बड़ा डिपॉजिट 20 करोड़ रुपए का है, जबकि मिनिमम डिपॉजिट 3 हजार रुपए का है। इसके अलावा उनके नाम अचल संपत्तियों में करीब 7 करोड़ रुपये की कृषि भूमि, 45 लाख रुपये की व्यावसायिक इमारत, करीब 32 करोड़ रुपये के आवासीय मकान, ब्रिटेन के कैम्ब्रिज में करीब 1.5 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी शामिल है।
प्रवर्तन निदेशालय ने चिदंबरम परिवार की करीब 54 करोड़ रुपये की ये संपत्तियां जब्त की हैं॥इनमें भारत, ब्रिटेन और स्पेन में फैली प्रॉपर्टी शामिल है.
1. तमिलनाडु के कोडईकनाल और ऊटी में कृषि भूमि और बंगला
2. दक्षिण दिल्ली के जोरबाग में कार्ति और उनकी मां के नाम 16 करोड़ रुपये का बंगला
3. ब्रिटेन में 8.67 करोड़ रुपये का कॉटेज और मकान
4. स्पेन के बार्सिलोना में 14.5 करोड़ रुपये का टेनिस क्लब
5. चेन्नई के एक बैंक ब्रांच में 90 लाख रुपये का एफडी
बेटे पर भी बेहिसाब सम्पत्ति –
उनके बेटे कार्ति चिदंबरम तमिलनाडु की शिवगंगा लोकसभा क्षेत्र से सांसद हैं। लोकसभा चुनाव में उनके द्वारा जमा हलफनामे के मुताबिक उनके और उनकी पत्नी के पास करीब 80 करोड़ रुपये की संपत्ति है. उनके और उनकी पत्नी के ऊपर करीब 16 करोड़ रुपये की देनदारी है. उनके पास करीब 34 करोड़ रुपये की चल संपत्ति है जिसमें 6 लाख रुपये की नकदी, 16 लाख रुपये की एफडी, करीब 25 लाख रुपये का बैंक जमा, करीब 17 लाख रुपये के शेयर और बॉन्ड, 1.5 करोड़ रुपये के एनएससी और बीमा, करीब 77 लाख रुपये की ज्वैलरी आदि शामिल हैं। उनके पास करीब 46 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति है। इनमें करीब 100 एकड़ की खेती की जमीन, 95 लाख रुपये की व्यावसायिक इमारत, कैम्ब्रिज में करीब 4.5 करोड़ रुपये का मकान, दिल्ली में करीब 19 करोड़ रुपये का मकान, चेन्नई में करीब 3.5 करोड़ रुपये का मकान शामिल है।
कार्ति चिदंबरम के पास विदेश में कुल 25 प्रॉपर्टी!
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने सुप्रीम कोर्ट को बताया है कि पी. चिदंबरम और उनके बेटे कार्ति चिदंबरम के नाम विदेश में कुल 25 प्रॉपर्टी हैं. सीबीआई के वकील का कहना है कि कार्ति ने ये सभी प्रॉपर्टी शेल कंपनियों के नाम से खरीदे हैं हालांकि चिदंबरम के वकील इसे निराधार बताते रहे हैं।
स्पेन में टेनिस क्लब, यूके में कॉटेज!
जांच एजेंसियों का आरोप है कि चिदंबरम की वास्तविक संपत्ति घोषित से कई गुना ज्यादा है. प्रवर्तन निदेशालय का तो आरोप है कि उनके बेटे कार्ति चिदंबरम ने करीब 23 करोड़ रुपये की लागत से स्पेन के बार्सिलोना में एक टेनिस क्लब और ब्रिटेन में कॉटेज खरीदे हैं. इस निवेश के लिए पैसा कहां से आया, इसके बारे में जांच एजेंसियां पूछताछ करना चाह रही हैं।
ईडी का आरोप है कि आईएनएक्स मीडिया मामले में मिले घूस से यह प्रॉपर्टी खरीदी गई है,इस मामले में कार्ति के साथ पी. चिदंबरम भी आरोपी हैं। वह एयरसेल-मैक्सिस 2G घोटाला केस में भी बेटे के साथ सह-आरोपी हैं। अत:, सरकार के इस तरह के मजबूत निष्पक्ष कदम से आम आदमी में सरकार व कानून पर विश्वास बढ़ता है।