मास्क व सोशल डिस्टनसिंग के बीच सावन के पहले सोमवार को भोले बाबा का हुआ जलाभिषेक
सच की दस्तक नेशनल डेस्क चन्दौली
कोरोना के संक्रमण काल में सावन के पहले सोमवार को मास्क व सोशल डिस्टेंसिंग के बीच जनपद चंदौली के मंदिरों में बाबा भोले का भक्तों ने जलाभिषेक किया।
भारत के इतिहास में यह पहला अवसर देखने को मिला जब मंदिरों में भक्तों को जाने की अनुमति तो मिली लेकिन उसके बावजूद बाबा के जलाभिषेक के लिए लोगों का हुजूम नहीं दिखाई पड़ा।
मंदिरों में निश्चिततौर पर प्रातः काल से ही क्रमबद्ध तरीके से बाबा का जलाभिषेक करने के लिए लाइन तो लगी लेकिन एक डर भी दिखा। लाइन में भक्तों ने मास्क पहन रखा था और वहां पर मौजूद स्वयंसेवी कार्यकर्ताओं द्वारा भक्तों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया जा रहा था।
मंदिर के पुजारी द्वारा भी एक-एक करके या तीन की संख्या में श्रद्धालुओं को बाबा का जलाभिषेक कराया जा रहा था। जनपद चंदौली में पंडित दीनदयाल नगर स्थित कैलाशपुरी शिव मंदिर में भक्तों की कतारबद्द लाइन देखी गई ।
इस अवसर पर भक्तों ने कहा कि विपत्ति काल में बाबा भोले से यही प्रार्थना है कि हमारे देश से यह बीमारी पूरी तरह चली जाए। लोगों को इससे छुटकारा मिले और वही हंसता खेलता भारत मिले । जहां पर लोग मंदिरों में बिना डर के बाबा का दर्शन कर सके व उनका जलाभिषेक करें सके ।
जनपद चंदौली में सकलडीहा स्थित बाबा कालेश्वर धाम, चकिया के पास बाबा जोगेश्वर धाम सहित सैयदराजा, धानापुर बबुरी पड़ाव चहानिया धीना कमालपुर बबुरी नौगढ़ दुल्हीपुर अलीनगर के शिव मंदिरों में बाबा का सिला जलाभिषेक हुआ