धानापुर की सुप्रसिद्ध रामलीला का प्रथम मंचन का आगाज
सच की दस्तक डिजिटल न्यूज डेस्क वाराणसी चन्दौली
धानापुर। कस्बा मे रामलीला चबूतरे पर प्रथम दिवस का मंचन गणेश बंदना के साथ शुरू किया गया।जिसमे विश्वमोहनी को देखकर नारद जी अपनी वैराग्य भावना भूलकर उनपर मोहित हो जाते है और भगवान श्रीहरी से कहते है हे प्रभु हमें अपना हरि स्वरूप प्रदान करे
ताकि मै स्वयंवर जाकर विश्वमोहनी से विवाह कर सकू जिस पर श्रीहरी तथास्तु कहते है लीला आगे बढ़ती है जिसमे नारद स्वयंवर मे जाकर उपहास के पात्र बनते है और विश्वमोहनी स्वयंवर उपस्थित श्रीविष्णु के गले मे वर माला डालती है इधर नारद जी आश्चर्य मे पड़ जाते है ये कैसे हो गया, और बहुत क्रोधित हो जाते है क्योंकि हरि का तातपर्य वानर से भी होता है और वही रूप श्रीहरि ने नारद का मोह को भंग करने के लिए प्रदान किया था।नारद क्रोध मे आकर भगवान विष्णु को श्राप भी देते की जा एक दिन वानर की सरन मे जा कर तुझे मदद मांगनी पड़ेगी।
पुनः लीला आगे की बढ़ती हुए मनु सतरूपा के तप का मंचन प्रारम्भ होता है। जिनसे इस सृष्टि मे मनुष्य की उत्पति हुई है। वो राजा मनु एवं उनकी पत्नी सतरूपा कठिन तपस्या करती है और उनकी तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान श्रीनारायण प्रगट होते है उनकी सभी मंसा को जानकर उनको पूरा करने का वरदान देते हुए अंतरध्यान हो जाते है,,
आगे के मंचन मे रावण का जन्म भी होता है,,,
बताते चले की,,,,
यहां की रामलीला बहुत ही प्रसिद्ध । पूरवज बताते है की यहां की रामलीला की प्रसंसा रामनगर के राजा भी किया करते थे एक बार की बात है ज़ब रामनगर के रामलीला के कलाकारों को यह मालूम की धानापुर मे भी रामलीला का स्थानीय कलाकारों द्वारा बहुत शानदार मंचन किया जाता है। और वहा की धनुष तीन खंड मे खंडित होती है धनुष यज्ञ के मंचन मे तो वहा के लीला प्रतिनिधि इस कला को जानने और मागने की मंशा आये पर उन्हें खाली हाथ जाना पड़ा क्योंकि धानापुर के रामलीला समिति के लोग अपनी इस कला को नहीं बताना चाहते थे जबकि इस कला को सिखाने के बदले धन का प्रलोभन भी दिया गया था।
रामलीला के प्रमुख कलाकार –
नारद (शिवकुमार ),शंकर (सुभम )पार्वती (अजय )विष्णु (अमन ), रावण (घनश्याम ), गणेश (मनन ), काला देव (मोनू ), इंद्र(श्यामसुंदर )एवं कामदेव(घनश्याम)
सहयोगी उपस्थित रहे। सनत कुमार द्विवेदी,अरबिंद मिश्रा,श्रीराम सिंह,कृष्ना (डब्लू)मिश्रा, रामलाल सेठ, मुलायम, वशिष्ठ दुबे, अरुण जयसवाल , सतीश सेठ,प्रदीप मोदनवाल, बिपिन प्रताप रस्तोगी,अशोक,अचयुतानंद मिश्रा,अपलवल सिंह,वेद प्रकाश द्विवेदी,श्यामसुन्दर (मेकप आर्टिस्ट),सत्यम, इत्यादि सहित सैकड़ो दर्शक रहे मौजूद ।