दीवाल ढ़हने से तीन की मौत मौके पर पहुचे आलाधिकारी

सच की दस्तक न्यूज डेस्क चन्दौली
चन्दौली जनपद के बलुआ थाना क्षेत्र के प्रभुपुर गाव में शनिवार की अपरान्ह लगभग 3बजे चनद्रभूषण दूबे की 100फुट लम्बी व 8फुट उची दिवाल ढह जाने से तीन मजदूरो दबकर हृदय विदारक मौत हो गयी। संदीप यादव पुत्र स्व0 मेघा यादव अपनी जमीन में नीव की खुदवाई मजूदरो द्वारा अपेन पड़ोसियो की दिवाल से सटाकर अपनी पुरानी नीव से ईट निकलवा रहे थे कि जैसे ही नीव से ईट निकला कि दिवाल भरभराकर मजदूरांे के उपर गिर गयी जिसमे अमिलाई गाव निवासी राजेश कुमार 28वषर् पुत्र दसरथ व संदीप राम 22वषर् पुत्र घरभरन व चंद्रभूषण 28वषर् पुत्र फेकू दब गये और उनकी हृदयविदारक मौत हो गयी। वही दिवाल गिरने की आवाज सुनकर पास पड़ोस के लोग आनन-फानन में पहुच कर राहत व बचाव में जुट गये लेकिन बचाने में असफल रहे। सूचना पर पहुची बलुआ पुलिस ने तीने शवांे को ग्रामीणो की मदद से बाहर निकलवाया तब तक तीनांे की मौत हेा चुकी थी।
घटना का कारण-
संदीप द्वारा अपने मकान की बाउन्ड्रीवाल हेतु अपनी पुरानी नीव से ईट निकलवा रहा था और उन्ही ईटो से अपनी जमीन की घेरे बन्दी करने का इरादा था कि घटना घट गयी।
पड़ोसियो ने बताया कि –
संदीप द्वारा अपने पुराने जो कि हम लोगो के मकान से सटा था कि अपनी नीव का ईट निकलवाने लगा उसका मकान अन्य मकानांे से नीचे था जिससे उन मकान की नीव खाली हो गयी और दक्षिण दिशा में स्थित चन्द्रभूषण दूबे की 100फुट लम्बी व 8फफट चज्ञैड़ी दिवाल गिर गयी जिसमें तीन मजदूरो की मौत हेा गयी।
जिलाधिकारी के संग एसपी पहुंचे घटना स्थल
प्रभुपुर की घटना संज्ञान में आते ही जिलाधिकारी ईशा दुहल व पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल ने मौके पर पहुच कर यथा स्थिति का जायजा लिया और पिड़ित परिजन को हर सम्भव सहायता दने का वादा कि तथा साथ बताया कि 5लाख रूपये की अहेतुक राशि व विधवा पेशन सहित अन्य पाविारिक लाभ पिड़ित परिजनो को दिलाया जायेगा। इस दुख की घड़ी में हम पिड़ित परिवार के साथ है। जो सहायता होगी उसे हर सम्भव मदद की जायेगी।
उपजिलाधिकारी ने मकान कराया खाली–
वही एतिहात के तौर उपजिलाधिकारी मनेाज पाठक ने भोला तिवारी के मकान को पूरी तरह से खाली करवा दिया जिससे इस तरह की कोई और घटना न घटित हो सके क्योकि उनके भी नीव की मिट्टी पूरी तरह से निकलवा दी गयी है। जिससे पुरा परिवार दुसरे के मकान में शरण लिए हुआ है।
मनमानी के कारण हुआ बड़ा हादसा –
संदीप का पूरा परिवार कई वषोर् पूवे से वाराणसी के घौसा बाद में मकान बनवाकर रहता है। उसकी जमीन खाली और सभी आसपास के मकानो से नीचे हो गयी थी जिसमें अक्सर बरसात का पानी जमा होने लगा। वह अपनी मनमानी पर अड़कर अपने कई दशक पूवर् जजर्र गिरे हुए मकान के नीव की ईट निकलवाना लगा जिससे भरी घट गयी।
अमिलाई गाव मे ंपसरा मातम
प्रभुपर गांव में अपनी भूख मिटाने हेतु मजदूरी करने गये मजदूरों क्या पता की आज क्या होने वाला यह किसी को नही था पता कि खुदाई के दौरान 100फुट लम्बी 8फुट उची दिवाल भर भराकर मजूदरो के उपर गिर गयी जिमें दबकर तीनो मजदूरों की मौत हो जिससे पूरे गाव में मातम पसर गसा और गाव मे हंा-हाॅकार मच बस लोगो में चीख पुकार ही सुनाई देने लगी। वही राजेश की पत्नी अजंनी, संदीप की पत्नी ख्ुासबू चन्द्रभूषण पत्नी रंजना का रो-रोकर बुराहाल हो गया। वही गाव मे ंकिसी के भी घर चुल्हे नही जले। वही राजेश के बच्चो प्रियाशु व प्रिंस का रो-रोकर बुरा हाल हो गया।