UP पंचायत चुनाव में ग्लैमर का तड़का: मिस इंडिया रनर अप दीक्षा सिंह, जौनपुर से लड़ेंगी चुनाव

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जौनपुर: उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है। लेकिन इस चुनाव में 2015 में फेमिना मिस इंडिया रनर अप दीक्षा सिंह भी राजनीति में कदम रखा हैं। वे भी जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ेंगी।

विकास की दौड़ में पीछे है हमारा इलाका, इसीलिए लड़ रही हूं चुनाव- दीक्षा सिंह, 2015 में फेमिना मिस इंडिया रनर अप

उन्‍होंने कहा कि उन्‍हें अपने गांव का विकास की दौड़ में पीछे रह जाना खलता है। इसी को दूर करने के लिए वह चुनाव में उतर रही हैं। दीक्षा सिंह ने जिले के वार्ड संख्या 26 बक्शा से जिला पंचायत सदस्य के लिए पर्चा खरीदा है। इतना ही नहीं, उन्होंने जमानत राशि भी जमा कर दी है। यानी अब दीक्षा सिंह गांव-गांव जाकर मतदाताओं से अपने लिए वोट मांगते दिखेंगी।

जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ने की जानकारी खुद दीक्षा सिंह ने मीडिया से बात करते हुए दी। दीक्षा सिंह बक्शा विकास खंड क्षेत्र के चितौडी गांव की रहने वाली हैं और उनके पिता का नाम जितेंद्र सिंह है। जितेंद्र सिंह का गोवा और राजस्थान में ट्रांसपोर्ट का कारोबार है। जबकि उनकी मां हाउस वाइफ हैं।

दीक्षा सिंह का ग्लैमर तड़का: बॉलीवुड करियर

दीक्षा सिंह ने फेमिना मिस इंडिया-2015 में भाग लिया था। इसमें वो रनर अप रहीं थी। अभी फरवरी 2021 में दीक्षा के आए एलबम ‘रब्बा मेहर करें’ खूब पसंद किया गया था। वे बालीवुड फिल्फ ‘इश्क तेरा’ की राइटर भी हैं। इसके अलावा इन्होंने पैंटीन, पैराशूट आयल, स्नैप डील से लेकर बड़ी कंपनियों के विज्ञापन में काम किया है। उनकी हाल ही में बड़े बैनर की वेब सीरीज भी आ रही है।

गाँव में ही की क्लास-3 तक पढ़ाई

दीक्षा सिंह ने शुक्रवार को एक होटल में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा – मैने गांव से कक्षा तीन तक की पढ़ाई की है और इसके बाद अपने पिता के साथ मुंबई और फिर गोवा चली गईं। उन्होंने कहा कि ‘मैं कालेज के समय से ही प्रतियोगिताओं व राजनीतिक डिबेट में हिस्सा लेती रही हूं। गांव में समय-समय पर आती रहती हूं। गांव आने पर देखा कि आज भी जौनपुर जिला विकास से कोसों दूर है। इसलिए पंचायत चुनाव में कुछ बदलाव की सोच से आई हूं।’

राजनीति बदलाव हैं उद्देश्य का कदम

दीक्षा सिंह के पंचायत चुनाव में उतरने का एक कारण यह भी है, कि उनके पिता जितेंद्र सिंह उसी सीट से तैयारी में लगे थे। लेकिन ऐन वक्त पर वह सीट महिला के लिए आरक्षित हो गई। ऐन वक्त पर महिला के लिए आरक्षित हो गई सीट हालांकि, दीक्षा सिंह के चुनाव मैदान में उतरने का एक और कारण है। उनके पिता जितेंद्र सिंह। दरअसल, जितेंद्र सिंह इस सीट पर काफी दिनों से जिला पंचायत सदस्य पद के चुनाव लड़ने के लिए तैयारी कर रहे थे। उन्होंने क्षेत्र में घूम-घूम कर अपना प्रचार प्रसार किया। लेकिन ऐन वक्त पर यह सीट महिला के लिए आरक्षित हो गई। इसके बाद जितेंद्र सिंह की बेटी दीक्षा सिंह चुनाव मैदान में उतर गईं।

शालिनी सिंह से होगा दीक्षा का मुकाबला

दीक्षा सिंह का मुकाबला भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता स्व. राम चन्द्र सिंह की बहू शालिनी सिंह से होगा। शालिनी सिंह ग्रेजुएट हैं। शालिनी के पति सिद्धार्थ सिंह इस समय RSS के सहयोगी संगठन सक्षम से जुड़े हैं। जौनपुर में पंचायत चुनाव के प्रथम चरण 15 अप्रैल को चुनाव होना है।

Sach ki Dastak

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