पीएम मोदी ने बताये पांच प्रण जिसमें विकसित भारत रखा लक्ष्य

Independence Day 2022: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आजादी के 75वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर नौवीं बार लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया और देश को संबोधित किया. इस संबोधन के दौरान उन्होंने पांच प्रण लिए . इस संकल्प के जरिये पीएम स्वतंत्रता के 100 साल पूरे होने के वर्ष की रूपरेखा खींचते नजर आए. पीएपी मोदी ने संबोधन में कहा कि हमें पांच प्रण को लेकर 2047 तक चलना है. जब आजादी के 100 साल होंगे, हमें आजादी के दीवानों के सारे सपने पूरा करने का जिम्मा उठा कर चलना है.’’
प्रधानमंत्री ने ‘‘विकसित भारत’’ को पहला प्रण बताया और कहा कि इससे कुछ कम नहीं होना चाहिए. गुलामी की हर सोच से मुक्ति पाने को उन्होंने दूसरा प्रण बताया और कहा कि गुलामी का एक भी अंश अगर अब भी है, तो उसको किसी भी हालत में बचने नहीं देना है. उन्होंने कहा कि इस सोच ने कई विकृतियां पैदा कर रखी है, इसलिए गुलामी की सोच से मुक्ति पानी ही होगी.
आज जब हम अमृतकाल में प्रवेश कर रहे हैं, तो अगले 25 साल देश के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। ऐसे में हमें ये पंच प्राण शक्ति देंगे। #IndiaAt75 pic.twitter.com/tMluvUJanq
— Narendra Modi (@narendramodi) August 15, 2022
पीएम ने बताया तीसरा प्रण
प्रधानमंत्री ने विरासत पर गर्व करने को तीसरा प्रण बताया और कहा कि यही वह विरासत है जिसने भारत को स्वर्णिम काल दिया है. उन्होंने एकता और एकजुटता को चौथा प्रण और नागरिकों के कर्तव्य को पांचवां प्रण बताया. उन्होंने कहा, ‘‘जब सपने बड़े होते हैं… जब संकल्प बड़े होते हैं तो पुरुषार्थ भी बहुत बड़ा होता है. शक्ति भी बहुत बड़ी मात्रा में जुट जाती है.’’
पीएम ने कहा, ‘‘आज जब अमृत काल की पहली प्रभात है, हमें इस 25 साल में विकसित भारत बना कर ही रहना है. अपनी आंखों के सामने इसे कर के दिखाना है.’’ भारत 1947 में आजाद हुआ था और उसने 2022 में आजाद देश के रूप में 75 साल की यात्रा पूरी कर ली है. सरकार की ओर से अगले 25 साल के कालखंड को ‘‘अमृत काल’’ का नाम दिया गया है.
परिवर्तन भारत की 75 साल की यात्रा का परिणाम
मोदी ने कहा कि आज विश्व भारत की तरफ गर्व से देख रहा है और उसे अपेक्षा से देख रहा है तथा समस्याओं का समाधान भारत की धरती पर खोजने लगा है. उन्होंने कहा कि विश्व की सोच में यह परिवर्तन भारत की 75 साल की यात्रा का परिणाम है. उन्होंने कहा, ‘‘आज का यह दिवस ऐतिहासिक है. यह एक पुण्य पड़ाव, एक नयी राह, एक नए संकल्प और नए सामर्थ्य के साथ कदम बढ़ाने का शुभ अवसर है.’’
इससे पहले, मोदी ने बतौर प्रधानमंत्री लगातार नौवीं बार स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य पर लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराया. प्रधानमंत्री ने जैसे ही तिरंगा फहराया, वैसे ही दो एम आई 17 वन वी हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की गई. बाद में प्रधानमंत्री बच्चों से भी मिले।