अंबेडकर ग्राम संगठन के धन हजम करने का लगा आरोप

सच की दस्तक डिजिटल न्यूज डेस्क वाराणसी चन्दौली
जनपद चन्दौली के इलिया कीड़िहिरा गांव के अंबेडकर ग्राम संगठन के पदाधिकारियों का फर्जी हस्ताक्षर बनाकर 85 हजार रुपए गबन कर लिए जाने का मामला प्रकाश में आया है। आरोप है कि अंबेडकर ग्राम संगठन के अध्यक्ष अनिसुननिशा का फर्जी हस्ताक्षर कर फर्जी समूह सखी माया ने ब्लॉक मिशन मैनेजर के मिली भगत से 85 हजार हजम कर लिए। इतना ही नहीं कार्रवाई रजिस्टर पर सफेदा लगाकर पदाधिकारियों का नाम भी बदल दिया गया। इस बात की जानकारी अंबेडकर ग्राम संगठन के अध्यक्ष अनिसुननिशा को हुई तो तत्काल उन्होंने लिखित रूप से डीसी एनआरएलएम श्वेता सिंह को प्रार्थना पत्र देते हुए प्रकरण के जांच करने की मांग की। हालांकि प्रार्थना पत्र पड़ते ही ब्लॉक मिशन मैनेजर एसएमसीवी,कादीर को शहाबगंज से हटाकर जिला कार्यालय पर अटैच कर मामले में लीपापोती कर लिया गया। हो हल्ला मचा तो जांच के लिए जिला स्तर से छह सदस्यीय टीम का गठन किया गया और 15 दिन में जांच रिपोर्ट देने की बात कही गई। लेकिन समय बीतने के बाद भी कोई जांच टीम नही आई। एनआरएलएम कार्यालय शहाबगंज द्वारा अंबेडकर ग्राम संगठन के पदाधिकारियों का पुनः चयन किया गया। बता दें कि समूह को स्टार्टअप के तौर पर 15 सौ से 25 सौ आरएएफ के तहत 15 हजार से 30 हजार सीआईएफ के तहत एक लाख दस हजार से एक लाख पचास रुपए दिए जाने का प्रावधान है। इसके तहत गांव के 16 समूह में से आठ समूहों को एक लाख दस हजार रुपए दिए जाने के लिए पिछले वर्ष 16 मई को 8 लाख 80 हजार रुपए ग्राम संगठन समूह को भेजा गया। उस धन को भी पुराने समूह को न देकर नए समूह को दिए जाने का आरोप है। पूरे विकास क्षेत्र में कुल 956 समूह संचालित है। सभी समूह का संचालन एनआरएलएम कार्यालय से किया जाता है। जबकि कार्यालय भी ऐसी जगह है जहां कोई वहां तक पहुंच नही सकता। नहीं कहीं बोर्ड लगा है। बल्कि जिस भवन में कार्यालय चल रहा है उस भवन पर प्रधानमंत्री आवास ग्रामीण माडल लिखा हुआ है।आज तक विभागीय अधिकारियों ने एक बोर्ड भी लगाना उचित नहीं समझा। इस बाबत बीएमएम पूणेन्दू शंकर मिश्रा ने बताया कि किड़िहिरा गांव में अंबेडकर ग्राम संगठन के नए सदस्यों का चयन कर लिया गया है। और पूरे प्रकरण से डीसी एनआरएलएम को अवगत करा दिया गया है।