कविता :- लेखक ✍️राकेश रमण श्रीवास्तव
!!आओ कुछ संवाद करें!! आओ, बैठो कुछ संवाद करें, आज अपने मन की बात करें, कुछ बात सुनी थी मैंने,...
!!आओ कुछ संवाद करें!! आओ, बैठो कुछ संवाद करें, आज अपने मन की बात करें, कुछ बात सुनी थी मैंने,...
दुआ हैं असर हैं। जिन्दगी बेखबर हैं। ख्वाब हैं ख्याल हैं। जिन्दगी सवाल हैं। सुधार हैं बेकार हैं। जिन्दगी उपकार...
विराग राग देख के प्रभाव शान को सुनो। बहाव रंग ढंग के समान भाव को चुनो॥ प्रबुद्ध शुद्ध बोल...
अच्छे दोस्त उन सितारों की तरह होते हैं जो भले ही रोशनी में दिखाई न देते हो पर हमेशा साथ...
अपनी परछाई से मंजिल का पता पूछ रहा हूँ। भटक गया हूँ,मंजिल का निशान ढूंढ रहा हूँ।। कोई जब ना...
● तुम कौन हो ● -------~~------- अनायास उभर आता है, कोई अनजाना सा चेहरा, ...
माँ माँ दुर्गा, माँ सरस्वती है, माँ कल्याणी, काली। दुश्मन जब भी आँख दिखाये...
कविता - शक्तिपर्व हो लगाए बैठी आस अगर तुम कि कोई नर श्रेष्ठ आएगा उद्धार करने तुम्हारा तो तुम्हारा यह...
हर बात की तरह अब इस बात पर कुछ बात कर कुछ भाव चुन कुछ राग रख कुछ याद रख...
अहिंसा सीखी अशोक से, समर्पण सीखा पन्ना दाय से चंद्रगुप्त कैसे राजा बने, चाणक्य के प्रयास से, ये सब सीखा...
राष्ट्र धर्म के पालन में जीवन जिसने वार दिया मातृभूमि की रक्षा में जीवन का बलिदान किया भारत भूमि का...
आँगन की बगिया में, कली खिलने को है तैयार। मैं बेटी हूँ - मेरी रक्षा करो, लाऊँगी मैं खुशियों...
"ओ स्त्री ,तुम चीखो अपने हक के लिए" हां, यह सच है,, तुम खुद ही हिचकती हो निर्णय लेने से,,...
बहुत उदास है आज हमारी तुम्हारी मुहब्बत की, कैंडिल नाईट। मैं वहीं बैठी हूँ ठीक सामने, बस वह जगह खाली...
---------------------- बलात्कारी युग में मरे हुए मनुष्यों की जमात गा रही हैं विरुदावलियां देश और उसकी संसद का जारी है...
शिव-वंदन ******** हे सत्य सनातन हे अनंत हे शिव भोले हे जगत-कंत हे नीलकंठ हे गंगाधर जय शंकरशंभू हर हर...
जागो मेरे देश के नौजवान साथियों!! कब तक विलासिता की रात बिताओगें, देवी-देवताओं, श्रषिमुनियों, वीरों की पावन भारत भूमि पर...